भारतीय मूल के अरबपति निकेश अरोड़ा और यामिनी रंगन अमेरिका की 'सी-सूट कॉम्प 2024' की लिस्ट में शामिल होने वाले टॉप 10 हाईएस्ट पेड सीईओ में एकमात्र भारतीय हैं। आइए आपको इनके बारे में बताते हैं।
सुंदर पिचाई, सत्या नडेला, नील मोहन, अजय बंगा, जयश्री उल्लाल, विमल कपूर और कई अन्य भारतीय मूल के सीईओ हैं, जो अमेरिका व अन्य प्रमुख देशों में अपनी पहचान बना रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में हमने कई भारतीयों को दुनिया की कुछ सबसे बड़ी कंपनियों का नेतृत्व करते देखा है, जो भारतीय समुदाय की निरंतर बढ़ती श्रेष्ठता के बारे में बहुत कुछ बताता है। Google व Alphabet के CEO के रूप में कार्यरत सुंदर पिचाई से लेकर Microsoft के CEO सत्या नडेला और YouTube के CEO नील मोहन तक, हमारे पास कई-अरब डॉलर की अधिकांश कंपनियों में टॉप पोजिशन पर बैठे सुपर-टैलेंटेड इंडियंस हैं।
ग्लोबल कंपनीज का नेतृत्व करने वाले इन सभी फेमस सीईओ का वेतन हमेशा से आम जनता के लिए बड़ी दिलचस्पी का विषय रहा है। खैर, लगभग हर साल 'C-Suite Comp' संयुक्त राज्य अमेरिका में टॉप 10 सबसे अधिक वेतन पाने वाले CEO की आधिकारिक लिस्ट जारी करता है। इस लिस्ट ने इंटरनेट पर तहलका मचा दिया, क्योंकि मोस्ट फेमस भारतीय मूल के अरबपति सुंदर पिचाई (Google और Alphabet के CEO) और सत्या नडेला (Microsoft के CEO) इस लिस्ट में जगह नहीं बना पाए।
यह लगभग सभी के लिए चौंकाने वाली खबर थी, क्योंकि सुंदर पिचाई और सत्या नडेला अमेरिका में भारतीय मूल के दो मोस्ट फेमस CEO हैं। टेस्ला के CEO एलन मस्क सबसे अधिक वेतन पाने वाले CEO हैं, जिनका अनुमानित वार्षिक इनकम 1.4 बिलियन USD है। लिस्ट में अन्य फेमस नामों में पलांटिर टेक्नोलॉजीज के अलेक्जेंडर कार्प (1.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर), Airbnb's Brian Chesky (303.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर) और Oracle के Safra Catz (304.1 मिलियन डॉलर) शामिल हैं।
यह कहना उचित है कि अमेरिका में 10 सबसे ज़्यादा वेतन पाने वाले सीईओ की लिस्ट से सुंदर पिचाई और सत्या नडेला का नाम न आना कई भारतीयों को परेशान कर रहा है। हालांकि, भारत के लिए अभी सब कुछ खत्म नहीं हुआ है, क्योंकि 'पालो ऑल्टो नेटवर्क्स' के सीईओ निकेश अरोड़ा इस लिस्ट में शामिल हैं।
जी हां! सही पढ़ा आपने, हमारे पास लिस्ट में एक भारतीय मूल के सीईओ हैं, जिनको फेमस अमेरिकी मल्टीनेशनल साइबर सिक्योरिटी कंपनी का नेतृत्व करने के लिए अनुमानित वार्षिक वेतन के रूप में लगभग 266.4 मिलियन अमेरिकी डॉलर मिलता है। निकेश अरोड़ा ने सुंदर पिचाई और सत्या नडेला को पीछे छोड़ते हुए अरबपतियों की लिस्ट में अपनी जगह बनाई है।
बता दें कि पिछले साल उन्हें 151.4 मिलियन अमेरिकी डॉलर का वार्षिक वेतन मिला था, लेकिन 115 मिलियन अमेरिकी डॉलर की भारी उछाल ने उन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका में टॉप 10 सबसे ज़्यादा वेतन पाने वाले सीईओ की सी-सूट कॉम्प की लिस्ट में दसवें स्थान पर पहुंचा दिया है। सेना की बैकग्राउंड से आने वाले निकेश का जन्म गाजियाबाद में हुआ था और वे आईआईटी (बीएचयू) से ग्रेजुएट हैं। पालो ऑल्टो नेटवर्क्स में शामिल होने से पहले उन्होंने गूगल और सॉफ्टबैंक में काम किया है। वर्तमान में निकेश पालो ऑल्टो नेटवर्क्स के चेयरमैन व सीईओ के रूप में कार्य करते हैं और मल्टीनेशनल कंपनी का एस्टीमेटेड मार्केट कैप 9,558 ट्रिलियन रुपए है।
निकेश अरोड़ा अकेले भारतीय नहीं हैं, जिन्होंने बिजनेस के क्षेत्र में धूम मचाई है, यामिनी रंगन एक और अरबपति हैं, जो सी-सूट कॉम्प की लिस्ट जारी होने के बाद से सुर्खियों में छाई हुई हैं। बता दें कि यामिनी अमेरिका में टॉप 10 महिला सीईओ की लिस्ट में आठवें स्थान पर हैं, जिनका अनुमानित वार्षिक वेतन 2.57 मिलियन अमेरिकी डॉलर है। यामिनी इस लिस्ट में शामिल एकमात्र भारतीय महिला हैं।
उनके साथ likes of Coty Inc's Sue Nabi, Levi Strauss & Co's Michelle Gass, Accenture PLC's Julie Sweet, Citigroup Inc's Jane Fraser और कई अन्य लोग भी शामिल हैं। यामिनी फेमस अमेरिकी डेवलपर और सॉफ्टवेयर कंपनी हबस्पॉट की सीईओ हैं। वह दुनिया की सबसे बड़ी महिला सीईओ में से एक हैं, क्योंकि वह हबस्पॉट का नेतृत्व कर रही हैं, जिसका मार्केट कैप 2.11 लाख करोड़ रुपए से अधिक है।
यामिनी रंगन अपने सपने को पूरा करने के लिए भारत से अमेरिका चली गईं, जब वह सिर्फ 21 साल की थीं। हालांकि, उन्हें तुरंत नौकरी नहीं मिल पाई और उन्हें कई फाइनेंशियल इश्यू का सामना करना पड़ा। यामिनी ने अपने शुरुआती दिनों में बहुत संघर्ष किया और उनके जीवन में एक ऐसा समय भी आया, जब उनकी जेब में केवल 12,300 रुपए बचे थे। जब उन्हें नौकरी नहीं मिली, तो उन्होंने अटलांटा फुटबॉल स्टेडियम के एक कैफे में वेट्रेस के रूप में काम किया। यामिनी के पास कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बैचलर की डिग्री और एमबीए की डिग्री है, लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिल पाई।
हालांकि, जल्द ही चीजें बदल गईं और यामिनी रंगन को SAP, ल्यूसेंट, वर्कडे और ड्रॉपबॉक्स जैसी फेमस कंपनीज के साथ काम करने का मौका मिला। 2020 में वह हबस्पॉट में चीफ कस्टमर एग्जीक्यूटिव के तौर पर शामिल हुईं और एक साल के भीतर ही उन्हें सीईओ के पद पर पदोन्नत कर दिया गया। अब तक, यामिनी की अनुमानित कुल संपत्ति लगभग 263 करोड़ रुपए है। वह अमेरिका में भारतीय मूल की सबसे अधिक वेतन पाने वाली सीईओ हैं और आईटी क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं।
फिलहाल, 'पालो ऑल्टो नेटवर्क्स' के सीईओ निकेश अरोड़ा और 'हबस्पॉट' की सीईओ यामिनी रंगन जिस तरह से इतनी बड़ी कंपनियों का नेतृत्व कर रहे हैं, उस पर भारतीयों को गर्व है। तो इस बारे में आपके क्या विचार है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।