यहां हम आपको 70-80 के दशक की मशहूर सिंगर हेमलता के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें फिल्म 'नदिया के पार' के फेमस सॉन्ग 'कौन दिसा में लेके' से लोकप्रियता मिली थी।
80 के दशक की सुपरहिट फिल्म 'नदिया के पार' एक ऐसी सदाबहार फिल्म है, जिसे जिसे बार-बार देखने पर भी मन नहीं भरता। फिल्म का गाना 'कौन दिसा में लेके चला रे बटोहिया' तो आपने सुना ही होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस गाने को किसने गाया था और आजकल वह कहां हैं? तो चलिए हम आपको इस गाने की सिंगर के बारे में बताते हैं। दरअसल, इस गाने को आवाज दी थी लोकप्रिय गायिका हेमलता (Hemlata) ने, जो रिश्ते में एक्टर मिथुन चक्रवर्ती की पत्नी व दिग्गज एक्ट्रेस योगिता बाली की भाभी हैं।
जी हां! हेमलता, योगिता बाली के भाई योगेश बाली की पत्नी हैं, जिन्होंने कई भाषाओं में 5000 से भी ज्यादा गानों को अपनी आवाज दी है, जिनमें 'कौन दिसा में' और 'अंखियों के झरोखों से' जैसे शानदार गाने शामिल हैं। उन्होंने 'नदिया के पार' से लेकर टीवी पर प्रसारित हुए पैराणिक धारावाहिक 'रामायण' तक में खूब गाने गाए हैं।
मारवाड़ी ब्रह्माण परिवार में जन्मी हेमलता का असली नाम लता भट्ट था। कलकत्ता में पली-बढ़ीं हेमलता ने साल 1966 में अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत की थी। अपने 54 साल के अब तक के करियर में उन्होंने कई बड़े-बड़े म्यूजिशियन के साथ काम किया है। हालांकि, एक समय वह भी था, जब हेमलता की सुरीली आवाज का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा था। यह वही समय था, जब उनकी तुलना भारत की 'स्वर कोकिला' कही जाने वाली दिवंगत गायिका लता मंगेशकर से होने लगी थी। Mithun Chakraborty की पत्नी Yogita Bali कहां हैं आजकल?, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर
हिंदी सिनेमा की लेजेंडरी सिंगर लता मंगेशकर ने अपनी सुरीली आवाज से कई दशकों तक हिंदी सिनेमा पर एकछत्र राज किया है, ऐसे में हेमलता का अपनी एक अलग और खास पहचान बनाना वाकई बड़ी बात थी। हालांकि, तब दोनों को लेकर मीडिया में तरह-तरह की बातें लिखी जा रही थीं। एक बार हेमलता ने अपने और लता मंगेशकर के विवाद पर बात भी की थी। उन्होंने कहा था कि भले ही उनके और लता मंगेशकर के बारे में खूब बातें छपती थीं, लेकिन वह इस पर कुछ नहीं कहना चाहतीं। उन्होंने कहा था कि लता मंगेशकर उन्हें लेकर कॉन्शस (सचेत) थीं, जो उनमें आत्मविश्वास जगाता था।
लता मंगेशकर और हेमलता की तुलना शायद इसलिए भी की जाती थी, क्योंकि हेमलता अपने करियर के शुरुआती दिनों से ही लता मंगेशकर से प्रभावित रही हैं। उन्होंने एक बार, 'नवभारत टाइम्स' के साथ इंटरव्यू में बताया था कि वह शुरू से ही लता मंगेशकर को फॉलो करती हैं। ऐसे में वह पूरी तरह से उनके दिल-दिमाग वह बस चुकी थीं, लेकिन उनके पिता ने उन्हें समझाया कि 'तुम लता से सीखो उन्हें कॉपी मत करो'। अपने पिता की उस सलाह को मानकर हेमलता भारतीय संगीत जगत में एक शानदार गायिका बनने में कामयाब रहीं। Lata Mangeshkar Family: ये है लता मंगेशकर का पूरा परिवार, भाई-बहनें सभी हैं सिंगर, पढ़ें पूरी खबर
36 भाषाओं में पांच हजार से भी ज्यादा गीत गा चुकी हेमलता अभी भी म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़ी हुई हैं। साल 2015 में उन्होंने भारत सरकार के अभियान 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के गीत 'मां मुझे आने दे' को भी अपनी आवाज से सजाया था। 68 वर्षीय सिंगर अभी भी गाने गा रही हैं।
हेमलता के यादगार गानों की बात करें, तो उन्होंने अपने अब तक के करियर में एक से बढ़कर एक बेहतरीन गाने गाए हैं। उनकी हिट लिस्ट में 'ओ बेकरार दिल ठहर', 'होली आई होली मस्तानों की टोली', 'जोगी जी वाह', 'अंखियों के झरोखों से', 'उमरिया कैसे छुपाएगी', 'ले तो आए हो हमें', 'हम कथा सुनाते राम सकल', 'मर गई रे', 'गणपति बप्पा मोरय्या' और 'तारे कितने नील गगन' जैसे गाने शामिल हैं।
फिलहाल, सिंगर हेमलता के बारे में यह जानकारी आपको कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।