बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर ने अपनी शादी में 100 साल पुराना शरारा पहना था। आइए आपको इस बारे में बताते हैं।
हमारा देश विविध रीति-रिवाज और परंपराओं के लिए जाना जाता है, जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक चलते रहते हैं। इनमें से कुछ ऐसे ब्यूटीफुल ट्रेडिशन हैं, जिनकी झलक हमें शादी के दौरान देखने को मिलती है और इन्हें कपल हंसी-ख़ुशी निभाता भी है। आज के मॉडर्न ज़माने में होने वाली शादियों में आधुनिकता के साथ पुरानी रिवाजों का परफेक्ट मिक्सचर देखने को मिलता है। कुछ ऐसी ही रॉयल वेडिंग साल 2012 में बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर (Kareena Kapoor) और सैफ अली खान (Saif Ali Khan) की हुई थी।
जब सैफ और करीना अपनी साथ में पहली फिल्म ‘LOC कारगिल’ कर रहे थे, तो दोनों में से किसको पता था कि एक दिन वो एक-दूसरे को ही अपना जीवनसाथी चुन लेंगे। 2012 में इस कपल की शादी ने सेलिब्रिटी वेडिंग का स्टैंडर्ड बढ़ा दिया था, क्योंकि उनकी रॉयल यूनियन ने ये प्रूव कर दिया कि जब आप प्यार में होते हैं तो धर्म, जाति और बैकग्राउंड कुछ नहीं मायने रखता है। इसके साथ ही, जब इस कपल ने अपनी शादीशुदा जिंदगी की शुरुआत की, तो उनकी शादी कई वजहों के चलते बी-टाउन के गलियारों में चर्चा में बनी रही थी। लेकिन इन सब वजहों में सबसे ज्यादा करीना के द्वारा अपनी शादी में पहनी गई पटौदी परिवार की विरासत ने फैंस का दिल जीत लिया था। (ये भी पढ़ें: सरकारी नौकरी छोड़कर फिल्मों में आये थे अमरीश पुरी, बेटे को दी थी बॉलीवुड में न आने की सलाह)
विरासत न ही सिर्फ विंटेज चार्म देते हैं, बल्कि चीजों को सेंटीमेंटल वैल्यू भी देते हैं। अपने निकाह के लिए, करीना कपूर ने अपनी सासू मां शर्मिला टैगोर का ब्राइडल शरारा पहना था। ये शरारा शर्मिला ने साल 1962 में मंसूर अली खान पटौदी से हुई शादी के दिन पहना था। इस वेडिंग ऑउटफिट में एक रस्ट ऑरेंज कलर का कुर्ता, गोल्ड की हैवी एम्ब्रॉयडरी वाला मैचिंग दुपट्टा और मिंट-ग्रीन बॉर्डर के साथ शरारा था। करीना के लिए उनके डिज़ाइनर फ्रेंड मनीष मल्होत्रा ने इस शरारा सेट को एक नया लुक दिया था। लेकिन क्या आपको पता है कि शर्मिला टैगोर का ये शरारा असल में उनकी भी सासू मां यानी कि ‘भोपाल की बेगम’ का था?
इस बात की जानकारी शर्मिला की बड़ी बेटी सबा अली खान और डिज़ाइनर ऋतु कुमार ने दी थी। सबा ने एक बार अपनी दादी साजिदा सुल्तान, मां शर्मिला टैगोर और भाभी करीना कपूर खान की एक तस्वीर शेयर की थी, जिसमें तीनों एक ही ब्राइडल आउटफिट में नजर आ रहे हैं। ये तस्वीर प्रूव करती है कि कैसे रीति-रिवाज हमेशा पीढ़ी दर पीढ़ी जिंदा रहते हैं। इन तस्वीरों के कैप्शन में सबा ने अलग-अलग कैप्शन दिए थे। पहली तस्वीर में सबा ने लिखा था, “बेगम सजदा सुल्तान, मेरी दादी। #mutawalli #onceuponatime #strong #woman #admire #respect #wedding #outfit #tradition #passed #down #bhopal #royal #family”, वहीं दूसरी पोस्ट में ‘ट्रेडिशन....नई जनरेशन में पास किए गए #royal #wedding #outfit #begumofpataudi #tradition #bhopal #married #to #late #nawab #mansuralikhan #pataudi”, और तीसरी पोस्ट में माशाअल्लाह। जनरेशन और ट्रेडिशन जारी है #begumofpataudi #kareenakapoorkhan #wedding #gharara #old #tradition #followed #nawabofpataudi #saifalikhan।” कैप्शन लिखा था। (ये भी पढ़ें: IVF और सरोगेसी की मदद से पेरेंट्स बने हैं ये 8 मशहूर सितारे, तुषार कपूर हैं सिंगल पिता)
इसके साथ ही साल 2019 के अगस्त में किए गए एक पोस्ट में ऋतु कुमार ने इफ्तिखार अली खान की वाइफ व सोहा, सबा और सैफ अली खान की दादी साजिदा सुल्तान की एक तस्वीर शेयर की थी। इस फोटो में भोपाल की बेगम अपने ब्राइडल लुक में काफी ग्रेसफुल लग रही थीं। ऋतु ने इस एटायर की डीटेल्स शेयर करते हुए अपने पोस्ट के कैप्शन में लिखा था, “साजिदा सुल्तान पटौदी के आंठवे नवाब इफ्तिखार अली खान की बेगम थीं और खुद भोपाल की 12वीं (आखिरी) नवाब बेगम थीं। उनके तीन पीस वाले एटायर में काफी महीन गोटा वर्क और जरदोजी की डीटेलिंग बॉर्डर व नेकलाइन पर बनी हुई है। ये एंटीक मास्टरपीस फैमिली की कई पीढ़ियों ने पहना है।”
‘वॉग’ को दिए गए एक इंटरव्यू में, ऋतु कुमार ने खुलासा किया था कि कैसे ये ट्रेडिशनल आउटफिट पटौदी फैमिली की तीन पीढ़ियों ने पहना है और मूल रूप से साल 1939 में भोपाल की बेगम के लिए हाथ से बनाया गया था। ऋतु ने कहा था, “करीना की एंटिक विरासत एक भोपाली जोड़ा था, जो मूल रूप से शर्मिला टैगोर की सासू मां भोपाल की बेगम का था, जो भोपाल की रॉयल फैमिली से ताल्लुक रखती थीं। इस जोड़े को इस तरह से पुनर्जीवित और रीस्टाइल करना था ताकि ये अपनी ओरिजिनल क्वालिटी को खोए बगैर आज के टाइम में फिट हो जाए। ये आउटफिट और ओढ़नी को बनाने और रीक्रिएट करने में 6 महीने से ज्यादा का समय लगा था। ये शरारा दो भागों में डिवाइड किया गया था, जिसको चलते समय पीछे से दो लोगों के पकड़ने की जरूरत पड़ती है। पीछे से इसका पल्लू थोड़ा छोटा रखा गया था ताकि करीना कंफर्टेबल होकर चल सकें।” (ये भी पढ़ें: मुश्किलों भरी रही है सिंगर रागेश्वरी लूंबा की जिंदगी, 38 साल की उम्र में की शादी और 40 में बनी मां)
ऋतु कुमार ने ये भी बताया था कि, “फर्शी पायजामा और कुर्ती ओरिजिनल के जैसे ही बनाए गए थे। ओढ़नी काफी अच्छी कंडीशन में थी, तो हमने सिर्फ उसे रीपेयर कर दिया था। ये पुराने वस्त्र काफी सालों बाद ख़राब हो जाते हैं। लेकिन उनकी खुद की एक पवित्रता है और मैं ऐसी विरासत कभी नहीं तोड़ना चाहूंगी। यह देखना एक चुनौती थी कि क्या आज के भारत में, हम कुछ ऐसा कर सकते हैं जो 100 साल पहले बनाया गया था। जिनके पास अभी भी वो कौशल है, मुझे उन लोगों को खोजने के लिए एक मास्टर शिल्पकार को ट्रैक करना पड़ा और बनारस व अहमदाबाद में कपड़े डिजाइन करवाने पड़े थे। इस पूरे ऑउटफिट की फाइन एम्ब्रॉयडरी में डीटेलिंग की गई है। इसमें कपड़े का कोई दोष नहीं है, क्योंकि उस दौरान ऐसा कुछ नहीं था। और करीना उन रंगों में काफी प्यारी लगती हैं।”
फिलहाल, ये बात तो तय है कि करीना ने इस 100 साल पुराने ऑउटफिट को भी अपनी स्टाइल से नया चार्म दे दिया था। तो आपको ये स्टोरी कैसी लगी? हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं, साथ ही कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।