फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म पूरी तरह से कायम है, लेकिन इसी इंडस्ट्री में कुछ ऐसे चमकते सितारे भी हैं, जिनका बॉलीवुड में कोई गॉडफादर नहीं था। यहां हम आपको ऐसे ही सितारों के बारे में बताने जा रहे हैं।
सच ही कहा गया है कि, 'सफलता उन्हें ही मिलती है, जो मेहनत करते हैं।' व्यक्ति की कड़ी मेहनत ही उसे उसके जीवन में आगे ले जाती है। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में आने के लिए भी कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है। सभी लोग जानते हैं कि, इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) अपने चरम पर है और एक आम व्यक्ति के लिए बिना किसी कनेक्शन के मनोरंजन की दुनिया में प्रवेश करना आसान नहीं है।
लेकिन, हम उन सुपरस्टार्स की कहानियों को भी नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते, जिन्होंने बाहरी लोगों के रूप में इंडस्ट्री में प्रवेश किया और अपनी इच्छाशक्ति और कड़ी मेहनत से भारतीय सिनेमा के लोकप्रिय सितारे बन गए। इन हस्तियों ने गरीबी से अमीरी तक का लंबा सफर तय किया और अपनी प्रतिभा से अपनी किस्मत बदल दी। आइए नजर डालते हैं उन हस्तियों पर, जो अब भारतीय सिनेमा का जाना-माना चेहरा बन चुके हैं।
बॉलीवुड में 'किंग खान' के नाम से मशहूर शाहरुख खान (shahrukh khan) दिल्ली की गलियों के एक आम आदमी थे, जो अब ग्लोबल स्टार बन चुके हैं। शाहरुख ने अभिनेता बनने का सपना देखा और अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने मास कम्युनिकेशन में मास्टर डिग्री ली। बिना किसी कनेक्शन के किंग खान ने भारतीय सिनेमा में अपना मुकाम भी बनाया। उन्होंने टीवी से लेकर फिल्मों तक की सफलता के लिए अपना रास्ता खुद खोजा। खान ने 1989 में टीवी शो 'फौजी' से अपने करियर की शुरूआत की, जिसमें उन्होंने अभिमन्यु राय की भूमिका निभाई थी और तब से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का उन्हें पूरा भुगतान मिला और उन्होंने बी-टाउन में टॉप पर अपनी पहुंच बनाई।
'पिंकविला' की एक रिपोर्ट के अनुसार, किंग खान ने एक इंटरव्यू में अपने जीवन में कई असफलताओं के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था, "लोवर मिडिल क्लास परिवार से होने के कारण मैंने बहुत सारी असफलताएं देखी हैं। मेरे जीवन के एक मोड़ पर मुझे और मेरे परिवार को सड़क पर निकाल दिया गया था, क्योंकि हम किराया नहीं दे सकते थे। मैंने गरीबी, भय, तनाव और अवसाद पैदा करने वाला जीवन देखा है।" उन्होंने यह भी कहा था कि, "मैं दिखने में भी कुछ खास नहीं था। मैं फिल्मी दुनिया से नहीं था। मैं बहुत तेज बोलता था। आज मैं उन सभी फिल्म निर्माताओं और दोस्तों का शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने मुझे मौका दिया।"
SRK भारतीय सिनेमा में सबसे अधिक पैसा चार्ज करने वाले अभिनेताओं में से एक हैं और बॉलीवुड में सबसे अमीर अभिनेताओं की सूची में सबसे ऊपर हैं। बॉलीवुड में 'बादशाह' कहे जाने वाले शाहरुख खान की कुल संपत्ति 5,100 करोड़ रुपये है।
बॉलीवुड के 'खिलाड़ी' अक्षय कुमार एक लोकप्रिय अभिनेता हैं। अक्षय कुमार इंडस्ट्री में सबसे अधिक भुगतान पाने वाले अभिनेताओं में से एक हैं। हालांकि, बॉलीवुड में जगह बनाने के लिए एक्टर ने बहुत कड़ी मेहनत की है, क्योंकि सफलता उन्हें आसानी से नहीं मिली थी। बहुत कम ही लोग जानते हैं कि, अक्षय एक साधारण परिवार से आते हैं। उन्होंने उच्च शिक्षा के दौरान कॉलेज छोड़ दिया था और मार्शल आर्ट सीखने के लिए थाईलैंड चले गए थे। हालांकि, वहां उन्होंने एक रेस्टोरेंट में वेटर के तौर पर काम किया और समय के साथ उन्हें प्रमोशन मिला, जिसके बाद वे शेफ बन गए थे। अक्षय कुमार ने 1991 में फिल्म 'सौगंध' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। 'हिंदुस्तान टाइम्स' के साथ एक इंटरव्यू में अक्षय ने बताया था कि, पैसा उनके लिए बहुत मायने रखता है, क्योंकि वे इसे कमाने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। उन्होंने कहा था कि, "पैसा मेरे लिए बहुत मायने रखता है। मैं एक-एक पैसे के लिए बहुत मेहनत करता हूं। पैसा आपके पास आसानी से नहीं आता है। मैंने इसके लिए अपना खून-पसीना लगाया है।"
अक्षय कुमार किसी भी फिल्म या विज्ञापन को करने के लिए 25 से 30 करोड़ रुपए लेते हैं। अक्षय कुमार की कुल संपत्ति लगभग 2,414 करोड़ रुपए है। 2015 और 2019 में अक्षय कुमार 'फोर्ब्स' की लिस्ट में सबसे अधिक कमाई करने वाले एंटरटेनर्स की सूची में 48.5 मिलियन डॉलर की कमाई के साथ 52वें स्थान पर थे।
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नवाजुद्दीन सिद्दीकी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के बुढ़ाना गांव के किसान परिवार के आठ बच्चों में से एक थे, जहां शिक्षा केवल विशेषाधिकार प्राप्त लोगों के लिए थी। बावजूद इसके वे और उनके भाई-बहन पढ़ाई में सफल रहे। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने एक फार्मेसी में काम करने से लेकर चौकीदारी करने तक का काम किया था। उन्होंने ये सब पैसा कमाने के लिए किया था। हालांकि, अभिनय में उनकी रुचि होने के कारण उन्होंने नाट्य एकेडमी में एडमिशन ले लिया और 1996 में पढ़ाई पूरी कर ली, जिसके बाद उनकी किस्मत बदल गई थी। उन्होंने 2012 में अपनी पहली फिल्म 'पतंग' से अपने करियर की शुरुआत की थी। अपने शानदार अभिनय के दम पर उन्होंने बॉलीवुड में अपने लिए एक खास जगह बनाई।
'डीएनए' को दिए गए इंटरव्यू में नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने सफर के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था, "मेरे गांव में केवल तीन चीजें काम करती हैं, गेहूं, गन्ना और बंदूक। इस बंदूक संस्कृति ने जो डर पैदा किया, उसने हमें अपने गांव से बाहर कर दिया। बहुत बाद में मैंने थिएटर में दिलचस्पी लेना शुरू किया था। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद मैंने बड़ौदा में एक केमिस्ट के रूप में नौकरी की थी। फिर मैं दिल्ली में एक थिएटर ग्रुप में शामिल हो गया था। थिएटर में पैसे नहीं होने के कारण मुझे चौकीदार की नौकरी करनी पड़ी थी। फिर मैंने 1996 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) में दाखिला लिया था। मैंने चार साल तक दिल्ली में काम किया और आखिरकार 2000 में मुंबई आ गया था।"
फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' के अभिनेता भारत में सबसे लोकप्रिय अभिनेताओं में से एक हैं। नवाजुद्दीन सिद्दीकी की कुल संपत्ति लगभग 96 करोड़ रुपए है।
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हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से शहर भांबला में जन्मी अभिनेत्री कंगना रनौत अपने माता-पिता की चाह पर डॉक्टर बनने की इच्छा रखती थीं। हालांकि, उन्हें विज्ञान या डॉक्टर बनने में कोई दिलचस्पी नहीं थी। वह एक अभिनेत्री के रूप में अपना करियर बनाने के लिए दृढ़ थीं। 16 साल की उम्र में उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था और दिल्ली चली आई थीं और थोड़े समय के लिए मॉडलिंग में लग गई थीं। शहर में रहने के अनुभव के बिना, कंगना ने अकेले बहुत संघर्ष किया और बॉलीवुड में कोई संबंध न होने के बावजूद उन्होंने 2006 में ब्लॉकबस्टर फिल्म 'गैंगस्टर' के साथ भारतीय सिनेमा में प्रवेश किया।
'टाइम्स ऑफ इंडिया' के साथ एक इंटरव्यू में कंगना ने शेयर किया था कि, उन्हें मॉडलिंग में ज्यादा सफलता नहीं मिल रही थी और उन्हें काम की सख्त जरूरत थी। उन्होंने कहा था, "जब मुझे 'गैंगस्टर' ऑफर हुई, उस वक्त मुझे काम की सख्त जरूरत थी। मैं घर छोड़ कर दिल्ली में रहकर यह पता लगाने की कोशिश कर रही थी कि, मैं क्या करना चाहती हूं और फिर मैं ऐड्स करने के लिए मुंबई आ गई, जहां मैंने बहुत संघर्ष किया। मुझे मॉडलिंग में ज्यादा सफलता नहीं मिल रही थी। मुंबई में रहने के कुछ महीनों के अंदर ही मुझे फिल्म 'गैंगस्टर' से ब्रेक मिला।"
सेल्फ मेड अभिनेत्री कंगना रनौत की कुल संपत्ति 95 करोड़ रुपए है। फिल्मों के अलावा, अभिनेत्री अपने सोशल मीडिया एंडोर्समेंट्स के जरिए भी अच्छी खासी कमाई करती हैं।
बोमन ईरानी हिंदी फिल्मों में अपने मजाकिया अभिनय के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' और '3 इडियट्स' जैसी फिल्मों में अपने प्रदर्शन से हमें हंसाया है। बोमन के पास उत्कृष्ट अभिनय कौशल है। हालांकि, अतीत में उनकी अभिनय के क्षेत्र में आने की हमेशा से कोई चाहत नहीं थी। बचपन में बोमन को 'डिस्लेक्सिया' (ऐसी बीमारी, जिसमें किसी भी चीज को समझने में उलझन होती है) था और वह पढ़ाई में भी अच्छे नहीं थे। इसलिए उन्होंने वेटर बनने का कोर्स करने का फैसला किया और वेटर के रूप में 'द ताज महल पैलेस' होटल में काम किया। वहां उन्होंने दो साल तक काम किया। 32 साल की उम्र तक बोमन ईरानी ने अपनी मां की बेकरी और नमकीन की दुकान भी संभाली थी। बाद में फिल्म निर्माता राजकुमार हिरानी ने फोटोग्राफी करते हुए बोमन को देखा और उन्हें फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' में डॉ अस्थाना के रोल के लिए फाइनल कर लिया। उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
'मेन्सएक्सपी' की रिपोर्ट के मुताबिक, बोमन ने एक बार अपने सफर के बारे में शेयर किया था। उन्होंने कहा था, "जब मैं बच्चा था, तो मुझे डिस्लेक्सिया था। मैं वास्तव में '3 इडियट्स' से अपने कैरेक्टर वायरस की तरह बात करता था। लोग मुझे 'बोमन द डफर' कहते थे। इसलिए मैंने वेटर बनने का कोर्स करने का फैसला किया और वेटर के रूप में 'ताज महल पैलेस' होटल में काम किया। मैंने वहां 2 साल तक काम किया और उसमें अपना दिल लगा दिया। मेरी दादी कहा करती थीं - 'गली का मोची बनो, तो भी सबसे अच्छा मोची बनो', मूल रूप से आप जो कुछ भी करते हैं, उसमें सर्वश्रेष्ठ हों और ये बात हमेशा मुझे याद रहती है।"
बोमन इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के टॉप बॉलीवुड अभिनेताओं में से एक हैं, जिन्होंने कई फिल्मों में काम किया है। बोमन ईरानी की कुल संपत्ति 89 करोड़ रुपए है।
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फराह खान एक फेमस भारतीय फिल्म निर्देशक, निर्माता, अभिनेत्री, डांसर और कोरियोग्राफर हैं। उनका जन्म 9 जनवरी 1965 को एक आर्थिक रूप से कमजोर परिवार में हुआ था। उनका और उनके छोटे भाई साजिद खान का बचपन काफी खराब रहा, क्योंकि बचपन में ही उनके माता-पिता अलग हो गए थे। पिता के निधन के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति चरमरा गई थी। भले ही उनके पास पैसों की कमी थी, लेकिन फराह ने कोरियोग्राफर बनने के अपने जुनून को फॉलो किया। वह इतनी पढ़ी-लिखी नहीं थीं, लेकिन उन्होंने अपने दम पर डांस सीखा। उन्होंने 1992 में रिलीज़ हुई फिल्म 'जो जीता वही सिकंदर' में अपने पहले गाने में कोरियोग्राफर के रूप में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। प्रसिद्ध कोरियोग्राफर सरोज खान ने उन्हें यह मौका दिया, जिससे उन्हें काफी फायदा हुआ था।
'iDiva' के साथ एक इंटरव्यू में फराह खान ने एक बच्चे के रूप में अपनी कठिनाइयों के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा था, "मेरे पिताजी लोगों के आने और ताश खेलने के लिए हमारे घर को 30 रूपए प्रतिदिन के हिसाब से किराए पर देते थे। शराब पीने की वजह से हमारे पिता को सिरोसिस हो गया और उनके हमारे साथ रहने के एक साल के भीतर ही उनकी मौत हो गई थी। मेरे भाई साजिद ने कभी अच्छा समय नहीं देखा। आज जब हम दोनों पीछे मुड़कर देखते हैं, तो लगता है कि, मेरा जीवन एक कहानी जैसा है।"
लोकप्रिय कोरियोग्राफर और फिल्म निर्देशक फराह खान की कुल संपत्ति 75 करोड़ रुपए है। फराह कोरियोग्राफी और फिल्म निर्देशन के अलावा डांस रियलिटी शोज को भी जज करती हैं।
बॉलीवुड अभिनेता अरशद वारसी का बचपन बेहद कठिन था। वह केवल 14 साल के थे, जब उन्होंने अपने पिता को खो दिया था और इसलिए, उन्होंने 10 वीं में स्कूल छोड़ दिया था। अरशद ने जीने के लिए बहुत मेहनत की। उन्होंने पैसे कमाने के लिए डोर-टू-डोर सेल्समैन होने से लेकर फोटो लैब तक में काम किया। उन्होंने जिंदा रहने के लिए कम उम्र में ही वो सब कुछ किया, जो वह कर सकते थे। बॉलीवुड में कोई कनेक्शन न होने के बावजूद उन्होंने अपने लिए जगह बनाने में कामयाबी हासिल की। 1996 में उन्होंने फिल्म 'तेरे मेरे सपने' से डेब्यू किया था। फिल्म 'मुन्ना भाई M.B.B.S.' में एक्टर को सर्किट की भूमिका मिली थी।
अभिनेता ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि, सफलता अब उनके लिए कोई मायने नहीं रखती। उन्होंने कहा था, "मैं थोड़ा अजीब आदमी हूं। मेरा मानना है कि, आपकी खुशी और आपकी उदासी और आपके जीवन में क्या होता है केवल आप ही उसके लिए जिम्मेदार हैं और दूसरा कोई नहीं। आपको किसी और चीज से फर्क नहीं पड़ना चाहिए। ऐसे कई लोग हैं, जो हर समय दुखी रहते हैं। अगर कोई फिल्म अच्छा करती है, तो मैं खुश हूं। अगर ऐसा नहीं होता है, तो भी मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता। यह बिल्कुल ठीक है। अगर मैं बेहद सफल हूं, तो मैं अच्छा हूं। अगर मैं नहीं हूं, तो मैं ठीक हूं। जीवन इससे बहुत आगे है। इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।"
अरशद बॉलीवुड इंडस्ट्री के उन गिने-चुने अभिनेताओं में से एक हैं, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से अपने करियर में अपार सफलता हासिल की है। अरशद वारसी की कुल संपत्ति लगभग 298 करोड़ रुपए है।
फिल्म 'डिस्को डांसर' फेम मिथुन चक्रवर्ती 70 के दशक के मशहूर अभिनेताओं में से एक हैं। फिल्मों में आने से पहले वह कोलकाता के एक साधारण व्यक्ति थे। मिथुन एक साधारण, मिडिल क्लास परिवार से आते थे। उन्होंने अपनी बी.एससी. कोलकाता के स्कॉटिश चर्च कॉलेज से की थी, जिसके बाद उन्होंने 'पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया' से ग्रेजुएशन किया था। उन्होंने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत 1976 में फिल्म 'मृगया' से की थी। हालांकि, उन्हें प्रसिद्धि तब मिली, जब उन्होंने 1982 में फिल्म 'डिस्को डांसर' में जिमी की भूमिका निभाई थी। मिथुन चक्रवर्ती एक सेल्फ मेड एक्टर हैं और अपनी मेहनत व काम से उन्होंने सफलता हासिल की है।
2010 में 'हेडलाइंस टुडे' से बात करते हुए मिथुन ने कहा था कि, वह बॉलीवुड में अपने संघर्ष के बारे में बात नहीं करना चाहते, क्योंकि यह 'बहुत निराशाजनक' है। उन्होंने कहा था, "मैं इतने सारे लोगों का मनोबल गिराना या हतोत्साहित नहीं करना चाहता। मैं नाम नहीं लूंगा, मैं इसमें नहीं पड़ना चाहता। बेशक मैं स्टार बना, लेकिन यह कितना सच है, पता नहीं, मैंने सुना था कि, हीरोइनें मेरे साथ काम करने से मना कर रही हैं, क्योंकि बाकी हीरो नहीं चाहते थे कि, वे मेरे साथ काम करें। मुझे कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा, लेकिन मैंने सोचा अगर मैं अच्छा हूं, तो एक दिन वे मेरे पास आएंगे। हो सकता है कि, मुझमें कहीं कमी हो, इसलिए वे मुझे मना कर रहे हैं। इसलिए, मुझे खुद को सुधारना होगा।"
मिथुन चक्रवर्ती फिल्म इंडस्ट्री का एक बहुत बड़ा नाम हैं और उन्हें अभिनय में वर्षों का अनुभव है। मिथुन चक्रवर्ती की कुल संपत्ति 282 करोड़ रुपए है।
भारतीय फिल्म निर्देशक राकेश ओमप्रकाश ने 'रंग दे बसंती' और 'भाग मिल्खा भाग' जैसी कुछ प्रसिद्ध फिल्मों का निर्देशन किया है। राकेश ने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से पढ़ाई की है। बाद में उन्होंने एक सेल्समैन के रूप में काम करना शुरू किया और वैक्यूम क्लीनर बेचा। हालांकि, उन्हें अपने काम में कोई दिलचस्पी नहीं थी। इसलिए, उन्होंने एक ऐड फिल्म निर्माता के रूप में अपने पैशन को फॉलो करने का फैसला किया और 'फ्लिक्स मोशन पिक्चर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड' की शुरुआत की। जल्द ही उन्हें फिल्म 'अक्स' के साथ अपना पहला बड़ा ब्रेक मिला, जहां उनकी कंपनी ने अमिताभ बच्चन के साथ अपनी पहली फीचर फिल्म रिलीज की थी। इसके बाद उन्होंने 2006 में अपनी दूसरी फिल्म 'रंग दे बसंती' भी रिलीज़ की थी।
'आउटलुक' के साथ एक इंटरव्यू में राकेश ने लेखन के अपने जुनून के बारे में बात की थी, जिसने उन्हें सफल बनाया है। उन्होंने कहा था, "मैं वास्तव में एक लेखक और दिल से एक निर्देशक हूं। मेरे आसपास जो होता है वह मुझे भावनात्मक रूप से बहुत प्रभावित करता है। अच्छी और बुरी दोनों चीजें। मैं अपने काम के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त करता हूं और ऐसा करने के लिए सिनेमा से बेहतर कोई मंच नहीं है। अगर मैं केवल एक लेखक होता, तो मैं कहानी लिखता और अगर मैं एक बिजनेसमैन होता, तो मैं सीएसआर के माध्यम से समाज के लिए अपना योगदान देता।"
राकेश ओमप्रकाश मेहरा एक प्रसिद्ध फिल्म लेखक, निर्माता और निर्देशक हैं। वह भारत के सबसे सफल निर्माताओं में से एक हैं। राकेश की कुल संपत्ति 127.5 करोड़ रुपए है।
रजनीकांत न केवल एक प्रसिद्ध टॉलीवुड अभिनेता हैं, बल्कि बॉलीवुड अभिनेता भी हैं। उनके अभिनय को पूरा देश बेहद पसंद करता है, लेकिन प्रसिद्धि हासिल करने से पहले उन्होंने कई नौकरियां कीं, क्योंकि वह आर्थिक रूप से मजबूत परिवार से ताल्लुक नहीं रखते थे। बस कंडक्टर से लेकर कुली तक, रजनीकांत ने अपने जीवन के सबसे बुरे दिन देखे। जब तक कि उन्होंने नाटकों में छोटी भूमिकाएं निभाना शुरू नहीं किया। वह एक अभिनेता बनने के लिए इतने उत्साहित थे कि, उन्होंने तमिल भी सीखी। बाद में 1975 में रजनीकांत ने तमिल फिल्म 'अपूर्व रागंगल' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। अभिनय और कड़ी मेहनत में उनकी रुचि उन्हें फिल्मों में ले आई और उन्हें एक सफल अभिनेता बना दिया।
एक थ्रोबैक वीडियो में सुपरस्टार रजनीकांत ने 70 के दशक के अंत में एक घटना के बारे में बात की थी, जहां एक निर्माता ने उन्हें अपमानित किया था और उन्हें घर वापस भेज दिया था। उन्होंने कहा था, "यह एक अच्छा चरित्र था और सौभाग्य से मेरे पास तारीखें भी थीं। मैं सहमत हो गया और हमने अपनी फीस पर चर्चा की। मैंने उनसे 10,000 रुपए मांगे और अंत में वो 6,000 रुपए के लिए सहमत हुए। मैंने उनसे केवल कैरेक्टर की कंफर्मेशन के लिए 100 या 200 रुपये का टोकन मांगा था। निर्माता ने कहा थी कि, वह बाद में 1,000 रुपये का भुगतान करेंगे, क्योंकि उनके पास पैसे नहीं थे। अगले दिन मैं शूटिंग पर गया और मुझे अभी भी मेरे पैसे नहीं मिले थे। प्रोडक्शन मैनेजर आया और उसने मुझे मेकअप के लिए बैठने के लिए कहा। मैंने मना कर दिया। मैंने उससे कहा कि, मैं 1,000 रुपए लिए बिना आगे नहीं बढ़ूंगा। वह गुस्से में था। उसने मुझसे पूछा, 'क्या तुम एक बड़े कलाकार हो? सिर्फ इसलिए कि आपने कुछ फिल्में की हैं, क्या आप बिना एडवांस के मेकअप के लिए नहीं बैठेंगे? आपके लिए कोई किरदार नहीं है। बाहर निकलो।"
एक अभिनेता के रूप में इतने सफल करियर के साथ रजनीकांत ने बड़ी संपत्ति हासिल की है। उनकी कुल संपत्ति 365 करोड़ रुपए है। फिलहाल, एंटरटेनमेंट की दुनिया में अपना नाम बनाने के लिए इन सभी सेलिब्रिटीज ने काफी कड़ी मेहनत की है और साथ ही यह साबित कर दिया है कि, कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी है। तो आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही हमारे लिए कोई सलाह हो तो अवश्य दें।