सोशल मीडिया पर अब तक का सबसे चर्चित विवाद करिश्मा मेहता को लेकर है, जो 'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' की संस्थापक हैं। तो आइए आपको बताते हैं कि वह इंटरनेट पर क्यों वायरल हो रही हैं।
करिश्मा मेहता (Karishma Mehta) सोशल मीडिया की मशहूर हस्तियों में से एक हैं, क्योंकि वह इंस्टाग्राम पर एक पॉपुलर पेज की फाउंडर हैं, जिसे 'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' के नाम से जाना जाता है। पेज का 3 मिलियन फॉलोअर्स का एक बड़ा फैनबेस है और यह मुंबईकरों की प्रामाणिक व प्रेरक कहानियों को दुनिया के सामने लाने के लिए समर्पित है।
इतना ही नहीं, 'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' की आधिकारिक वेबसाइट पर एक किताब 'बॉम्बे: ऑर्डिनरी पीपल एक्स्ट्राऑर्डिनरी स्टोरीज' भी मौजूद है, जिसे करिश्मा ने लिखा है, जो प्रोफेशन से एक राइटर भी हैं। किताब में करिश्मा और उनकी टीम द्वारा कवर की गई कुछ बेहतरीन कहानियां हैं।
हालांकि, सितंबर 2023 में वह एक बड़े विवाद में शामिल हो गईं और पूरी तरह से खबरों में रहीं। इस विवाद ने न केवल लोगों को उन्हें ट्रोल करने पर मजबूर कर दिया, बल्कि उनके इस दावे पर भी सवाल उठाया कि 'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' उनका ओरिजनल आइडिया था। हालांकि, इससे पहले कि हम इस विवाद में कूदें, यहां कुछ बातें हैं, जो आपको करिश्मा के बारे में जाननी चाहिए। तो, बिना किसी देरी के आइए शुरू करें!
करिश्मा मेहता सपनों की नगरी मुंबई से बेहद प्यार करती हैं, क्योंकि उनका जन्म और पालन-पोषण इसी खूबसूरत शहर में हुआ है। कई रिपोर्टों के अनुसार, वह बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल में पढ़ी हैं। बाद में वह बेंगलुरु चली गईं, जहां उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के लिए एक बोर्डिंग स्कूल में एडमिशन लिया।
अपनी डिग्री के लिए करिश्मा मेहता यूके गईं और फेमस 'नॉटिंघम युनिवर्सिटी' में एडमिशन लिया, जहां उन्होंने 'बैचलर ऑफ बिजनेस एंड इकोनॉमिक्स' की डिग्री हासिल की। यूके में अपनी डिग्री पूरी करने के बाद उन्होंने विभिन्न पब्लिकेशन के लिए एक प्रोफेशनल राइटर के रूप में काम करना शुरू किया। उनके प्रमुख कस्टमर में से एक 'नेशनल ज्योग्राफिक' था, जिसके साथ उन्होंने एक स्वतंत्र लेखक के रूप में लंबे समय तक काम किया।
हाल के वर्षों में, हमने उन्हें एक बिजनेस और इकोनॉमिक्स की स्टूडेंट होने से लेकर मुंबई के लोगों के बारे में कहानियां बताने वाला प्लेटफार्म चलाने तक की उनकी जर्नी के बारे में पॉवरफुल स्पीच देते हुए भी देखा है। अपने विचारों से युवाओं को जागरूक करने के अलावा, करिश्मा ने 'Indian Institute of Foreign Trade' में भी कई बार भाषण दिया है।
यह 2014 की बात है, जब करिश्मा मेहता ने एक ऐसा प्लेटफार्म बनाने का फैसला किया, जहां वह सामान्य लोगों की कहानियां बता सकें, जो मुंबई को खास बनाती हैं। कंटेंट लिखने में अपनी स्पेशलिटी और फोटोग्राफी में इंट्रेस्ट के साथ करिश्मा ने मुंबई से प्रामाणिक कहानियों को दुनिया के सामने लाने के लिए एक साथ मिलकर काम करने के बारे में सोचा। यह आइडिया काफी सोच-समझकर किया गया था और 2014 में उन्होंने 'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' नाम से फेसबुक पर एक पेज बनाया।
शुरुआत में उनके साथ केवल दो इंटर्न थे, लेकिन अब उनके पास छह लोगों की एक टीम है, जो उनके आइडिया 'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' को एक लेवल ऊपर ले जाने में उनकी मदद करते हैं। 'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, करिश्मा और उनकी टीम ने आठ वर्षों की अवधि में 6000 कहानियों को कवर किया है, जो काफी सराहनीय है। वेबसाइट यह भी दावा करती है कि यह भारत की एकमात्र स्टोरीटेलर प्लेटफार्म है, जिसमें पर्सनल स्टोरीज को कहने का एक यूनिक तरीका है।
सितंबर 2023 में करिश्मा मेहता ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म 'पीपल ऑफ इंडिया' के खिलाफ कॉपीराइट का मुकदमा दायर किया। करिश्मा की याचिका के अनुसार, 'POI' ने कथित तौर पर 'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' के पेज और यूट्यूब चैनल से बिना अनुमति के वीडियो और तस्वीरों का इस्तेमाल किया है। इतना ही नहीं, याचिका में यह भी कहा गया है कि 'POI' का प्रारूप और स्टोरी कहने का तरीका काफी हद तक 'HOB' के समान है।
जैसे ही करिश्मा ने 'पीपल ऑफ इंडिया' के खिलाफ मुकदमा दायर किया, नेटिजंस ने महिला एंटरप्रेन्योर को ट्रोल करना शुरू कर दिया। बता दें कि करिश्मा स्टोरी कवर करने का आइडिया काफी हद तक ब्रैंडन स्टैंटन की तरह है, जो 'ह्यूमन्स ऑफ न्यूयॉर्क' के संस्थापक हैं। लोग इस विवाद पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और करिश्मा को याद दिला रहे हैं कि उन्होंने भी ब्रैंडन के 'ह्यूमन्स ऑफ न्यूयॉर्क' पेज से प्रेरणा ली थी और अब अगर कोई और भी ऐसा ही कर रहा है, तो वह इतना गुस्सा क्यों हो रही हैं?
'ह्यूमन्स ऑफ न्यूयॉर्क' के संस्थापक ब्रैंडन स्टैंटन, करिश्मा मेहता और 'पीपल ऑफ इंडिया' से पहले इसे सबसे पहले करने वाले व्यक्ति हैं। हालांकि, जब ब्रैंडन को करिश्मा के पेज के बारे में पता चला था, जो उनके पेज और स्टोरी कवर करने के तरीके से काफी मिलता-जुलता था, तो उन्होंने कोई मुकदमा दायर नहीं किया। अपने हालिया ट्वीट में उन्होंने इसका जिक्र किया और करिश्मा से भी वैसी ही प्रतिक्रिया चाही।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, "मैं अपने काम के विनियोजन पर चुप रहा हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि @HumansOfBomby महत्वपूर्ण स्टोरीज शेयर करता है, भले ही उन्होंने किसी भी चीज से काफी पैसा कमाया हो, जिसे मैं 'ह्यूमन्स ऑफ न्यूयॉर्क' पर करने में सहज महसूस करता हूं, लेकिन मैं जो कर रहा हूं उसके लिए आप लोगों पर मुकदमा नहीं कर सकते, मैंने तुम्हें माफ कर दिया है।"
जैसे ही ब्रैंडन स्टैंटन ने यह ट्वीट किया, पूरे इंटरनेट पर हंगामा मच गया और लोगों ने उनकी तारीफ करनी शुरू कर दी और मुकदमा दायर करने के लिए करिश्मा मेहता को ट्रोल करना शुरू कर दिया, जैसे कि यह उनका आरिजनल आइडिया था।
हालांकि, जल्द ही ह्यूमन्स ऑफ़ बॉम्बे द्वारा एक आधिकारिक बयान जारी किया गया, जिसमें उन्होंने साझा किया कि कैसे ब्रैंडन मुकदमे के पीछे की पूरी बात नहीं जानते हैं। बयान में लिखा गया, "प्रिय ब्रैंडन, दुनिया भर के चैप्टर्स के सैकड़ों मनुष्यों की तरह, हम कहानी कहने की शक्ति को पसंद करते हैं और समझते हैं। इसलिए यह चौंकाने वाला है कि हमारी बौद्धिक संपदा (intellectual property) की रक्षा के हमारे प्रयासों पर एक सीक्रेट हमला इस तरह से किया जाता है, खासकर बिना मामले का बैकग्राउंड समझे।"
फिलहाल, यह देखना दिलचस्प होगा कि यह मामला कहां तक जाएगा, लेकिन करिश्मा मेहता ने जिस तरह से उन्होंने शुरू से ही कहानियां सामने लाकर अपना नाम बनाया है, उसके बारे में आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।