फिल्म डायरेक्टर महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) ने अपनी फिल्मों में कन्ट्रोवर्सी, ड्रामा और सस्पेंस दिखाया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनकी निजी जिंदगी भी कन्ट्रोवर्सी, ड्रामा और सस्पेंस से भरी हुई रही है। तो चलिए आपको उनकी लव लाइफ के बारे में बताते हैं।
बॉलीवुड जगत के फेमस फिल्म डायरेक्टर महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) ने कई बड़ी फिल्मों को डायरेक्ट किया और बुलंदियां हासिल की, लेकिन कामयाबी हासिल करने के साथ ही उनका रिश्ता विवादों से भी काफी रहा है। एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर से लेकर शादी के लिए धर्म बदलने तक उनके जीवन में कई ऐसी घटनाएं घटी, जिन्होंने उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल दी। तो चलिए जानते हैं महेश भट्ट की लव लाइफ के बारे में।
20 साल के महेश भट्ट जब कॉलेज में पढ़ते थे, तब उनकी दोस्ती लोरिएन ब्राइट से हुई। समय के साथ उनकी दोस्ती और गहरी होते गई और फिर दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया। उस वक्त लोरिएन बॉम्बे स्कॉटिश अनाथालय में पढ़ती थी। (ये भी पढ़ें: इन 8 एक्ट्रेस के 'ओवरवेट' का हर कोई बनाता था मजाक, फिर टैलेंट के दम पर की हर किसी की बोलती बंद)
एक इंटरव्यू में महेश भट्ट ने स्वीकार किया था कि, "मैं उससे मिलने के लिए दीवार कूद कर गया था, लेकिन जब हम पकड़े गए तो मुझे उन्हें अनाथालय छोड़ना पड़ा। मैंने उन्हें वाईडब्ल्यूसीए (YWCA) में दाखिला दिलाया ताकि वो टाइपिस्ट बन सके और अपने लिए कुछ सोच सके। इस दौरान मैं अपना काम भी करता रहा। मैंने 'डालडा' और 'लाइफबॉय' के लिए विज्ञापन बनाए।"
वहीं, लोरिएन ने अपना नाम बदलकर किरण रख लिया और महेश भट्ट से शादी कर ली, उस वक्त दोनों सिर्फ 20 साल के थे। शादी के एक साल बाद कपल की बेटी 'पूजा भट्ट' ने जन्म लिया था। हालांकि, बाद में किरण और महेश के रिश्ते में खटास आ गई और दूसरी तरफ महेश भट्ट ने बैक टू बैक कई फ्लॉप फिल्में भी दीं। ये वक्त उनके करियर और लव लाइफ दोनों के लिए काफी कठिन समय था।
महेश भट्ट अपनी पहली पत्नी किरण को नजरअंदाज करके बॉलीवुड एक्ट्रेस परवीन बाबी के साथ रहने लगे थे। इसके चलते उनके वैवाहिक जीवन में तनाव बढ़ने लगा था। हालांकि, वो पीछे नहीं हटे और परवीन संग अपना रिश्ता जारी रखा, लेकिन जब परवीन से उनके रिश्ते में दरार आई तो किरण फिर से महेश भटट् की जिंदगी में वापस आ गई। हालांकि, दोनों का रिश्ता तब भी सही तरह से आगे नहीं बढ़ पाया। फिलहाल, ये कपल अब साथ नहीं रहता है, लेकिन उन्होंने अब तक तलाक भी नहीं लिया है।
पहले से शादीशुदा महेश भट्ट ने परवीन बाबी का हाथ थाम लिया और साल 1977 में दोनों का प्यार परवान चढ़ा तो महेश अपनी पत्नी किरण को छोड़कर परवीन के साथ लिव इन में रहने लगे। उन दिनों परवीन फिल्म 'अमर-अकबर-एन्थोनी' और 'काला पत्थर' की शूटिंग कर रही थीं और दोनों ही एक-दूसरे के प्यार में पागल थे।
परवीन बाबी और महेश भट्ट का रिश्ता बहुत अच्छा चल रहा था, लेकिन ये रिश्ता परवान चढ़ता उससे पहले एक रात कुछ ऐसा हुआ कि दोनों की जिंदगी में सब कुछ बदल गया। दरअसल, एक रात जब महेश भट्ट परवीन बाबी के घर पहुंचे तो उन्होंने देखा की परवीन बिलकुल अलग ही रूप में थीं। वो अपनी फिल्म की कॉस्टयूम पहनी हुईं थीं और उन्होंने हाथ में एक चाकू पकड़ा हुआ था। उनका मेकअप बिगड़ा हुआ था। वो एक कोने में बैठी हुई थीं और डर से कांप रही थीं। इससे पहले महेश भट्ट ने कभी परवीन को इस रूप से नहीं देखा था। जब परवीन ने देखा कि महेश भट्ट कमरे में आ चुके हैं, तो वह डरते हुए बोलीं, 'महेश दरवाजा बंद कर दो। वो हमें मारने आ रहे हैं। जल्दी दरवाजा बंद करो।' (ये भी पढ़ें: नीता अंबानी ने किया खुलासा, बताया बचपन में ईशा, आकाश और अनंत को कितनी मिलती थी पॉकेट मनी)
महेश भट्ट समझ ही नहीं पा रहे थे कि आखिर परवीन किसकी बात कर रही हैं। ऐसे में महेश उन्हें डॉक्टर के पास ले गए जहां उन्हें पता चला कि परवीन को Schizophrenia नाम की एक दिमागी बीमारी है, जिसमें व्यक्ति के मन में ये भ्रम पैदा होता है कि कोई उन्हें मारना चाहता है। ठीक ऐसा ही परवीन के साथ भी हो रहा था। इस हादसे के बाद परवीन की मानसिक स्थिति और बिगड़ती चली गई। इसलिए महेश उन्हें इलाज के लिए अमेरिका तक ले गए, लेकिन वहां भी उन्हें कोई इलाज नहीं मिला।
अपने जीवन के आखिरी दिनों में परवीन बाबी ने सब लोगों से दूरी बना ली थी। वो घर में अकेले रहने लगीं थी। कोई नहीं जानता था कि वो किस अवस्था में हैं। यहां तक कि उन्होंने महेश भट्ट से भी दूरी बना ली थी। ऐसे में महेश भी अपने काम में व्यस्त हो गए और एक लंबे समय तक कोई भी परवीन से नहीं मिल पाया और फिर एक दिन अचानक खबर आई की परवीन अब इस दुनिया में नहीं रहीं। साल 2005 में परवीन बाबी अपने घर के अंदर ही मृत अवस्था में पाई गईं थीं।
परवीन बाबी से अलग होने के बाद महेश भट्ट की जिंदगी में एक्ट्रेस सोना राजदान आईं। सोनी राजदान का जन्म इंग्लैंड के बर्मिंघम में हुआ था। उनके पिता बर्मिंघम में जन्मे थे और मां भारत में। जिस समय महेश का सोनी से अफेयर था, उस वक्त वो किरण के साथ ही रह रहे थे। लेकिन जब महेश को सोनी से प्यार हुआ तो फिर दोनों ने शादी करने की सोची। ऐसे में सोनी और महेश ने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया और फिर शादी रचाई, जिसके बाद कपल की दो बेटियां शाहीन भट्ट और आलिया भट्ट हुईं। (ये भी पढ़ें: किसी एक्ट्रेस से कम खूबसूरत नहीं हैं धीरूभाई अंबानी की बेटी 'दीप्ति', कुछ ऐसी है इनकी लव स्टोरी)
महेश भट्ट ने कहा था, "जब मैं सोनी राजदान से मिला, तो मुझे ऐसे लगा कि मेरे जीवन में फिर से चीजें पहले जैसी हो रही हैं। उस वक्त सोनी के पिता ने मुझसे पूछा था कि मैंने किरण के साथ अपने संबंधों को समाप्त करने के लिए क्या योजना बनाई है? इस पर मैंने कहा था कि, मैं उनके साथ नहीं रह रहा हूं, लेकिन मैं अपनी पहली पत्नी को तलाक नहीं दूंगा।"
महेश भट्ट की लव लाइफ जानने के बाद आप इतना तो जान गए होंगे कि उनकी निजी जिंदगी काफी उतार-चढ़ाव वाली रही। फिलहाल, महेश भट्ट फिल्म इंटस्ट्री के सफल और कामयाब फिल्म डायरेक्टर में से एक हैं। तो आपको महेश भट्ट की लव स्टोरी कैसी लगी? ? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही हमारे लिए कोई सलाह हो तो अवश्य दें।