बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर अमजद खान (Amjad Khan) रील लाइफ में जरुर 'विलेन' थे, लेकिन अपनी रियल लाइफ में उन्होंने किसी हीरो से कम किरदार नहीं निभाया था। तो चलिए आपको उनकी लव लाइफ के बारे में बताते हैं।
70 और 80 के दशक में विलेन बनकर मशहूर हुए लेजेंड एक्टर अमजद खान (Amjad Khan) ने अपने करियर में कई लुभावने परफॉर्मेंस दिए। उन्होंने कई ऐसे किरदार गढ़े जो हिंदी सिनेमा के इतिहास में हमेशा के लिए अमर हो गए, जिनमें से एक है 'गब्बर' का किरदार। बॉलीवुड स्टार अमजद खान बॉलीवुड के 'आइकॉनिक खलनायक' भी रहे हैं। फिल्म 'शोले' के 'ये हाथ मुझे दे दे ठाकुर', 'कितने आदमी थे' जैसे डायलॉग आज भी लोगों की जुबान पर रटे हुए हैं। जहां अमजद खान रील लाइफ में वो जितने बड़े विलेन नजर आए, तो वहीं वो रियल लाइफ में एक अच्छे पति और पिता के रूप में शानदार भूमिका निभाई। इसका खुलासा खुद उनकी पत्नी शेहला खान (Shehla Khan) ने किया था। तो चलिए आपको एक्टर अमजद खान की लव लाइफ के बारे में बताते हैं।
दरअसल, शेहला और अमजद मुंबई के बांद्रा में एक-दूसरे के पड़ोसी थे। जब अमजद खान कॉलेज में अपनी बी.ए. की पढ़ाई कर रहे थे और शेहला 14 साल की उम्र में स्कूल में थी, तब ही एक्टर अमजद खान उनके प्यार में पड़ गए थे। इस बारे में बात करते हुए फिल्मफेयर में शेहला ने कहा था कि "हम बांद्रा में एक ही पड़ोस में रहते थे। मैं 14 साल की थी और उस वक्त स्कूल में थी। वो अपना बीए कर रहे थे। मैं उन्हें जयंत चाचा (अभिनेता) के बेटे के रूप में जानती थी। हम कभी-कभी साथ में बैडमिंटन खेलते थे और उन्होंने एक बार मुझसे कहा था, 'मुझे भाई मत कहो!' (ये भी पढ़ें: ऐसी लड़की को डेट करना चाहते हैं कार्तिक आर्यन, एक्टर ने खुद किया था खुलासा)
दरअसल, अमजद खान शेहला को अपना दिल बैठ थे और उन्होंने शेहला को स्कूल में होने के दौरान ही शादी के लिए प्रपोज कर दिया था। इस पर शेहला ने कहा था "एक दिन मैं स्कूल से लौट रही थी जब वो मेरे पास आए और कहा कि क्या तुम शेहला का अर्थ जानती हो? इसके बाद वो कहते हैं कि इसका मतलब होता है, जिसकी आंखें डार्क हो। फिर उन्होंने कहा, 'जल्दी करो और बड़े हो जाओ क्योंकि मैं तुमसे शादी करने वाला हूं।'
अमजद यहीं नहीं रुके, उन्होंने कुछ दिनों में शेहला के घर पर शादी का प्रपोजल भेज दिया, जिसको उनके पिता दिवंगत लेखक और गीतकार अख्तर-उल-ईमान ने ये कहते हुए रिजेक्ट कर दिया कि वो शादी के लिए अभी बहुत छोटी हैं और ये उचित नहीं है। शादी का प्रस्ताव रिजेक्ट होने पर अमजद काफी गुस्सा हुए थे और उन्होंने शेहला से कहा कि "आपने मेरा प्रपोजल रिजेक्ट कर दिया?" यदि ये मेरा गांव होता तो मैं आपके परिवार की तीन पीढ़ियों का सफाया कर देता।" (ये भी पढ़ें: एक्ट्रेस सोहा अली खान ने शेयर की बेटी की क्यूट फोटो, देखें कैसे इनाया कर रही हैं 'ग्लोब' की सफाई)
इसके बाद शेहला के पिता ने, अपनी दुलारी बेटी को उसकी आगे की पढ़ाई पूरी करने और प्रेमी से दूर रखने के लिए यूपी के अलीगढ़ भेज दिया। ऐसे में इस कपल का बात करने का जरिया सिर्फ चिट्ठी थी। शेहला ने इस पर खुलासा करते हुए कहा था कि "हर दिन मुझे अमजद का एक लेटर मिलता था और मैं भी उन्हें चिट्ठी लिखती थी।"
वहीं, हफ्तों के बाद शेहला बीमार हो गईं और उन्हें मुंबई वापस बुला लिया गया। जहां उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी। अमजद खान ने शेहला की पढ़ाई में मदद की थी। इस पर बात करते हुए शेहला ने कहा था "अमजद ने फारसी में मास्टर्स किया था, जो कि मेरी दूसरी भाषा भी थी। इसलिए उन्होंने मुझे फारसी सिखाई थी।" उन्होंने आगे बताया कि कैसे उनके ट्यूशन का समय रोमांस में बदल गया। इस पर वो कहती हैं कि 'मैंने अपनी पहली एडल्ट फिल्म 'मोमेंट टू मोमेंट' उन्हीं के साथ देखी थी।"
इसके बाद कई सालों तक दोनों रिलेशन में रहे और फिर उन्होंने अपने प्यार के रिश्ते को शादी में बदलने का फैसला किया, जिसके बाद इस बार अमजद के माता-पिता शेहला के घर शादी का प्रस्ताव लेकर गए। इस प्रपोजल को शेहला के माता-पिता ने भी स्वीकार कर लिया और साल 1972 में ये कपल शादी के बंधन में बंधा और शादी के एक साल बाद साल 1973 में इस जोड़े के घर बेटे 'शादाब' ने जन्म लिया। ये दिन अमजद के लिए बेहद खास रहा क्योंकि जहां एक तरफ इस दिन अमजद खान पिता बनें होंगे, तो दूसरी तरफ उन्हें इसी दिन फिल्म 'शोले' के लिए ऑफर मिला था। (ये भी पढ़ें: श्लोका मेहता और आकाश अंबानी की पहली वेडिंग एनिवर्सरी आज, देखिए कैसे टीना अंबानी ने दी शुभकामनाएं)
शुरुआत में 'गब्बर' के रोल के लिए एक्टर डैनी डेन्जोंगपा को चुना गया था, लेकिन उनके पास शूटिंग के लिए डेट ना होने के कारण इस रोल के लिए अमजद खान को अप्रोच किया गया, जिसके बाद ना सिर्फ उन्होंने 'गब्बर' के किरदार को बड़े पर्दे पर उतारा बल्कि उस किरदार को निभाते हुए इतिहास रच डाला।
फिल्म 'शोले' की रिलीज के बाद खान परिवार का जीवन पूरी तरह बदल गया। अमजद खान और उनकी पत्नी शेहला ने कभी नहीं सोचा था कि ना सिर्फ फिल्म 'शोले' बल्कि 'गब्बर' के किरदार को लाखों लोग पसंद करेंगे। शोले के मेगा-हिट बनने के बाद परिवार के लिए चीजें कैसे बदलीं, इस पर बात करते हुए शेहला ने एक घटना शेयर करते हुए कहा था कि "ये शोले रिलीज होने के ठीक बाद वाला रविवार था। हम शादाब को जुहू बीच पर ले गए थे, तब मैंने देखा कि लोगों की भीड़ हमारी तरफ आ रही है। अमजद ने शादाब को उठाया, मेरा हाथ पकड़ा और कहा, भागो! बस भागो! इससे पहले कि लोग हम तक पहुंच पाते हम बड़ी मुश्किल से कार में बैठ पाए।" फैंस का इस तरह से उनको घेरना कपल के लिए तो आम बात थी, लेकिन वो नहीं चाहते थे कि बेटा शादाब ये सब झेले। इसी पर एक अन्य घटना को शेयर करते हुए, शादाब ने कहा था कि "एक समय जब हम हैदराबाद में थे। एक पुलिस जीप हमें एयरपोर्ट से होटल ले गई। तब सड़क के दोनों ओर लोग खड़े थे। मैंने अमजद से पूछा, 'क्या ये लोग आपका इंतजार कर रहे हैं?' उन्होंने सिर हिलाकर जवाब दिया, हां!"
भले ही अमजद खान ने ऑन-स्क्रीन खलनायक की भूमिका निभाई, लेकिन वो अपने बच्चों और उनके दोस्तों के लिए एक हीरो थे। दरअसल, ना तो अमजद के बच्चे और न ही उनके बच्चों के दोस्त उनसे डरते थे। वास्तव में वो अपने तीनों बच्चों (शादाब, सीमब और बेटी अहलम) से बहुत प्यार करते थे। परिवार के साथ अमजद की जिंदगी खुशहाल तरीके से बीत रही थी, लेकिन 27 जुलाई 1992 का वो मनहूस दिन भी आया जब वो इस दुनिया से रुखसत हो गए। उस दिन सब कुछ आम दिनों की तरह ही था और किसी को इस बात अंदाजा नहीं था कि इतनी बड़ी अनहोनी होने वाली है। अमजद खान को शाम 7 बजे किसी से मिलना था और वो तैयार होने के लिए अपने कमरे में गए थे, जहां उनकी दिल का दौरा (मायोकार्डियल इन्फार्क्शन) पड़ने की वजह से मौत हो गई थी। इस पर बात करते हुए पत्नी शेहना ने कहा था "वो कपड़े बदलने के लिए कमरे में गए थे। शाम 7:20 पर शादाब ये कहते हुए नीचे आया कि, 'डैडी ठंडे पड़ गए हैं और उसे ये कहते हुए पसीना आ रहा था। अमजद बेहोश हो गए थे और कुछ ही मिनटों में वो हमें छोड़कर जा चुके थे। अमजद हमेशा कहते थे, 'मैं आसानी से जाऊंगा"
अमजद खान के जाने से उनका परिवार पूरी तरह टूट चुका था। इस पर बात करते हुए शेहला ने कहा था "मैं रात को सो नहीं पाती। मैं फज्र की नमाज (सुबह की नमाज) के बाद ही सो पाती थी। उनके निधन के 3 हफ्ते बाद हमारी शादी की सालगिरह थी। हम 20 साल से भी कम समय तक साथ थे। वो केवल 48 साल के थे।''
लोग जीते हैं, लोग मरते हैं लेकिन जीवन किसी का इंतजार नहीं करता, ये चलता रहता है! इस बात को समझते हुए अमजद खान के परिवार ने भी उन्हें अपने तरीके से याद करते हुए, उनके बिना रहना सीख लिया था। वहीं, शेहला ने कहा था कि 'अब भी मैं पति अमजद खान की कोई फिल्म नहीं देख सकती, क्योंकि वो उन्हें अमजद की याद दिलाती हैं।
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