एक लेटेस्ट इंटरव्यू में एक्ट्रेस दीया मिर्जा ने प्रेग्नेंसी के दौरान अपने निकट-मृत्यु के अनुभव को साझा किया और बताया कि, क्यों उनके बेटे की प्री-मैच्योर डिलीवरी हुई थी। आइए आपको इस बारे में बताते हैं।
बॉलीवुड अभिनेत्री दीया मिर्जा (Dia Mirza) और उनके बिजनेसमैन पति वैभव रेखी का जीवन उस वक्त से हमेशा के लिए बदल गया था, जब उन्होंने अपने बेटे अव्यान आज़ाद रेखी का अपने जीवन में स्वागत किया था। हालांकि, वैभव दूसरी बार पिता बने थे, क्योंकि उन्हें उनकी पहली शादी से एक बेटी है, जिसका नाम समायरा है। वहीं, दीया मिर्जा अपनी मातृत्व के फेज के साथ अपने काम को भी अच्छे से बैलेंस कर रही हैं।
39 साल की उम्र में अपनी पहली गर्भावस्था की घोषणा करने के लिए दीया मिर्जा ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर मालदीव की छुट्टियों की एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसे उनके पति वैभव रेखी ने क्लिक किया था। दीया ने सूर्यास्त की तस्वीर में अपना बेबी बंप फ्लॉन्ट किया था और अपनी प्रेग्नेंसी की घोषणा की थी।
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मातृत्व बहुत सारी भावनाओं के साथ आता है और हर पल अपने बच्चे के साथ रहना सबसे मजबूत है, ताकि आप बिना किसी चूक के उनकी रक्षा और पोषण कर सकें। और दीया मिर्जा अपने बेटे अव्यान आज़ाद रेखी के साथ इस अद्भुत यात्रा के हर पल का आनंद ले रही हैं।
हाल ही में, ‘ई-टाइम्स’ के साथ बातचीत दीया मिर्जा ने पहली बार अपने पति और बेटे के साथ नए साल का जश्न मनाने के अपने अनुभव के बारे में बात की। एक्ट्रेस ने कहा, “जैसा होना चाहिए वैसा ही हुआ! परिवार का समय कीमती है। हमारी बेटी और बच्चे के साथ नया साल मनाना अद्भुत था।”
इंटरव्यू में आगे दीया मिर्जा ने अपने उस बुरे अनुभव के बारे में बात की, जब वह बेटे अव्यान को लेकर प्रेग्नेंट थीं, और उन्होंने निकट-मृत्यु के अनुभव को महसूस किया था। एक्ट्रेस ने कहा, “मुझे अपनी गर्भावस्था के पांचवें महीने में एक एपेंडेक्टोमी के लिए जाना पड़ा। मैं बाद में एक तीव्र जीवाणु संक्रमण के कारण अस्पताल में आती जाती रहती थी, क्योंकि इसके चलते गर्भावस्था के छठे महीने में सेप्सिस हो सकता था। मेरे बच्चे को आखिरकार डिलीवर करना पड़ा, क्योंकि मेरे प्लेसेंटा से रक्तस्राव शुरू हो गया था। यह एक कठिन समय था और मैं अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ के लिए आभारी हूं, जिन्होंने हमारी जान बचाई।”
महामारी के दौरान पूरी दुनिया में तबाही का माहौल है, ऐसे में इस महामारी ने बतौर मां एक महिला की भी जिंदगी में भी काफी बदलाव किए हैं। कोरोना महामारी के दौरान मां बनने के अनुभव के बारे में बात करते हुए दीया मिर्जा ने कहा, “एक बच्चे को महामारी की दुनिया में लाने के लिए हमारे सभी विकल्पों पर गहरा असर पड़ता है। मुझे उम्मीद है कि, किसी दिन जल्द ही हमें मास्क नहीं पहनना पड़ेगा और हमारे बच्चे अपने जीवन में सामान्य हो सकते हैं। हमारी बेटी ऑनलाइन पढ़ रही है और यह एक संघर्ष है। हमारा बेटा अंतर जानने के लिए बहुत छोटा है। लेकिन जब हम घर पर रहते हैं, तो हम अपने साथ बिताए समय को संजोते हैं और इस समय को अपने बच्चों के लिए आकर्षक, खुश और सुरक्षित बनाने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं।”
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31 दिसंबर, 2021 को दीया मिर्जा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक मनमोहक वीडियो शेयर करके 2021 को अलविदा कह दिया था। उन्होंने 2021 के 12 महीनों की अपनी यात्रा के कुछ सकारात्मक क्षणों को बताया था। उन्होंने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा था, ““मुझे मां बनाने के लिए #2021 धन्यवाद। यह अविश्वसनीय आनंद से भरा एक वर्ष था, एक निकट मृत्यु का अनुभव, हमारे बेटे का प्रारंभिक जन्म और कुछ बहुत ही कठिन समय। लेकिन सबक अच्छी तरह से सीखा जाता है और कृतज्ञता गहरी होती है। सबसे बड़ी सीख- सबसे कठिन समय टिकता नहीं है। सांस लें, आत्मसमर्पण और आभारी रहें। एक-एक दिन का आनंद लें।”
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फिलहाल, दीया मिर्जा के निकट-मृत्यु के अनुभव के बारे में आपकी क्या राय है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।