फिल्म 'शोले' में सूरमा भोपाली के किरदार से मशहूर दिग्गज कामेडियन जगदीप जाफरी (Jagdeep jaffrey) का 8 जुलाई को निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे। आइए हम आपको जगदीप जाफरी के पर्सनल लाइफ के बारे में बताते हैं।
बॉलीवुड के लिए साल 2020 बहुत ही बुरा है। अभी राइजिंग स्टार सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के गम से लोग उबरे नहीं थे कि एक और स्टार इस दुनिया को अलविदा कहकर चला गया। फिल्म 'शोले' में 'सूरमा भोपाली' के किरदार से मशहूर दिग्गज कामेडियन जगदीप जाफरी (Jagdeep jaffrey) का 8 जुलाई को निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे। इस दुखद मौके पर सितारों ने सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि दी। आइए हम आपको जगदीप जाफरी की पर्सनल लाइफ के बारे में बताते हैं।
29 मार्च 1939 में अमृतसर में जन्मे सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी उर्फ जगदीप जाफरी ने शुरूआती जीवन में बहुत संघर्ष किया है। जगदीप के पिता सैयद यवर हुसैन बैरिस्टर थे। 1947 में देश का बंटवारा हुआ और उसी साल उनके पिता गुजर गए। उनका परिवार दर-दर की ठोकरे खाने लगा। मां कनीज़ हैदर जगदीप और बाकी बच्चों को लेकर मुम्बई चली आई। मुंबई आने के बाद परिवार का पेट पालने के लिए जगदीप की माँ ने एक अनाथालय में दिन भर काम करना शुरू कर दिया। अपनी मां को इतना काम करते देख, जगदीप ने सड़कों पर साबुन-कंघे बेचना शुरू कर दिया था।
जगदीप मां की ये हालत देखकर बहुत रोते थे। एक इंटरव्यू में जगदीप ने अपने बचपन के संघर्ष को याद करते हुए कहा था- ''मुझे जिंदा रहने के लिए कुछ करना था, लेकिन मैं कोई गलत काम करके पैसा नहीं कमाना चाहता था इसलिए सड़क पर सामान बेचने लगा।'' (ये भी पढ़ें: नीना गुप्ता: एक ऐसी एक्ट्रेस जो शादी के पहले बनी मां, 49 साल में हुआ प्यार और रचाई शादी)
इस बीच, प्रसिद्ध फिल्म निर्माता, बीआर चोपड़ा अफसाना नामक एक फिल्म का निर्देशन कर रहे थे, और फिल्म के एक सीन के लिए, उन्हें कुछ बाल कलाकारों की आवश्यकता थी। लिहाजा एक्स्ट्रा सप्लायर बच्चों को जमा कर लाया, जिनमें जगदीप भी थे। इस फिल्म में उन्होंने सिर्फ इसलिए काम किया, क्योंकि कंघी बेचकर दिनभर में वो सिर्फ रुपया-डेढ़ रुपया कमा पाते थे, जबकि अफसाना के सेट पर उन्हें सिर्फ ताली बजाने के 3 रुपए मिल रहे थे। इस तरह जगदीप सैयद इश्तियाक़ से 'मास्टर मुन्ना' बने और अपने सिने करियर की शुरूआत की। जगदीप ने बिमल रॉय की 'दो बीघा ज़मीन' से अपनी पहचान बनाई। (ये भी पढ़ें: 27 सालों से अलग रह रहे हैं अलका याग्निक और नीरज कपूर, फिर भी प्यार है बेमिसाल)
जगदीप जाफ़री ने अपने अभिनय करियर में कई उतार चढ़ाव देखे। लेकिन उनके पूरे करियर की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक है जब भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कुछ दिनों के लिए अभिनेता को अपना निजी स्टाफ दिया था। साल 1957 में रिलीज हुई एवीएम प्रोडक्शन के बैनर तले बनी डायरेक्टर पीएल संतोषी की फिल्म हम पंछी एक डाल में 18 साल के युवा जगदीप के काम की बहुत तारीफ हुई थी। फिल्म में उनकी एक्टिंग देखकर भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू इतने खुश हुए थे कि जगदीप के लिए कुछ दिन तक उन्होंने अपना पर्सनल स्टाफ तोहफे में दे दिया था। फिल्म 'शोले' के अलावा जगदीप जाफरी ने मुन्ना, लैला मजनू, अंदाज अपना-अपना, खूनी पंजा और मोर्चा जैसी कई फिल्मों में काम किया है।
बहुत से लोगों को जगदीप के निजी जीवन के बारे में पता नहीं है जो अपने आप में एक बॉलीवुड फिल्म से कम नहीं है। अभिनेता ने अपने जीवन में तीन बार शादी की है और उनके कुल छह बच्चे हैं। जगदीप जाफ़री ने पहली बार नसीम बेगम से शादी की थी, जिनके साथ अभिनेता के तीन बच्चे हैं, हुसैन जाफ़री, सुरैया जाफ़री और शकीरा शफ़ी। जिसके बाद, उन्होंने सुघरा बेगम से शादी की थी, जिनके साथ उन्होंने दो प्रतिभाशाली अभिनेताओं, जावेद जाफरी और नावेद जाफरी को जन्म दिया था। (ये भी पढ़ें: कुमार विश्वास ने टीचर से किया था प्यार, शादी के बाद घर में नहीं मिली थी एंट्री, ऐसी है लव स्टोरी)
जगदीप अपनी तीसरी शादी को लेकर विवादों में घिर गए। दरअसल, मामला यह है कि जगदीप के दूसरे बेटे नावेद को देखने लड़की वाले आए थे, लेकिन नावेद ने शादी से मना कर दिया। दरअसल, नावेद उस वक्त लोकप्रिय डांस शो 'बूगी वूगी' में अपना करियर बनाने में लगे थे। इस बीच जिस लड़की से नावेद की शादी होन वाली थी, उसकी बहन पर जगदीप का दिल आ गया। उन्होंने लगे हाथ उसे प्रपोज कर डाला और वो मान भी गई।
उम्र में जगदीप से उनकी तीसरी पत्नी नाज़िमा 33 साल छोटी हैं। मीडिया की सुर्खिया बनी इस शादी से पहली पत्नी से जगदीप के सबसे बेटे जावेद जाफरी के भी खफा होने की खबरें भी आईं , लेकिन बाद में सब ठीक हो गया। नाजिमा और जगदीप के बेटी का नाम मुस्कान है जो कि अपने कजिन भाई जावेद के बेटे मिजान से सिर्फ 6 महीने छोटी है।
चाहे कितने भी कॉमेडियन आएं और चले जाएं, फिल्म शोले में सूरमा भोपाली का किरदार हमेशा के लिए लोगों के दिलों में रहेगा। तो आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही हमारे लिए कोई सलाह हो तो अवश्य दें।