नए-नवेले माता-पिता बिपाशा बसु और करण सिंह ग्रोवर ने अपनी बच्ची देवी के साथ घर पहुंचते ही पैपराजी के लिए पोज दिए। आइए आपको दिखाते हैं।
स्टार कपल बिपाशा बसु (Bipasha Basu) और करण सिंह ग्रोवर (Karan Singh Grover) इन दिनों बेहद खुश हैं, क्योंकि उन्होंने 12 नवंबर 2022 को अपने जीवन में एक बच्ची का स्वागत किया है। जैसा कि प्रशंसक उनकी बच्ची की पहली झलक देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। वहीं, अब एडोरेबल कपल को उनके नन्ही मुंचकिन के साथ देखा गया। वह अस्पताल से घर वापस गए हैं। आइए आपको इसकी झलकियां दिखाते हैं।
अपनी बच्ची के आगमन की घोषणा करने के लिए बिपाशा बसु ने अपने इंस्टा हैंडल पर अपनी नवजात बेटी की पहली झलक साझा की थी। तस्वीर में हम बिंदास माता-पिता के हाथों पर रखे नन्ही मुंचकिन के छोटे पैरों को देख सकते हैं। तस्वीर के ऊपर बिपाशा ने एक नोट लिखा था और अपनी बच्ची के नाम का खुलासा किया था। उन्होंने लिखा था, "देवी बसु सिंह ग्रोवर। 12.11.2022। हमारे प्यार और मां के आशीर्वाद की भौतिक अभिव्यक्ति अब यहां है और वह दिव्य है। बिपाशा और करण।"
15 नवंबर 2022 को बिपाशा बसु और करण सिंह ग्रोवर को उनके घर के बाहर देखा गया, वह अपनी बेटी देवी के साथ अस्पताल से अपने घर वापस आ रहे थे। नई मां बिपाशा ने एक काले और सफेद रंग की प्रिंटेड ड्रेस पहनी हुई थी और उनकी लाडली देवी को गुलाबी कंबल में लिपटे हुए देखा गया था। जैसे ही बिपाशा और करण अपनी कार से बाहर निकले नए-नवेले माता-पिता ने पैपराजी के लिए पोज दिए।
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16 अगस्त 2022 को बिपाशा बसु ने अपने इंस्टा अकाउंट से अपने मैटरनिटी फोटोशूट से तस्वीरें पोस्ट करके अपनी गर्भावस्था की खबर की घोषणा की थी। तस्वीरों में बिपाशा एक सफेद शर्ट में बहुत खूबसूरत लग रही थीं, क्योंकि उन्होंने अपने चेहरे पर एक बड़ी मुस्कान के साथ अपना बेबी बंप फ्लॉन्ट किया था। उनके पति करण सिंह ग्रोवर ने भी उनके साथ सफेद शर्ट पहनी थी। बिपाशा के लेटेस्ट मैटरनिटी फोटोशूट की तस्वीरें देखने के लिए यहां क्लिक करें।
इससे पहले, 'ईटाइम्स' के साथ एक साक्षात्कार में अभिनेत्री ने खुलासा किया था कि वह और करण हमेशा एक बेटी चाहते थे। उसी के बारे में बात करते हुए बिपाशा ने कहा था, "करण और मैं शुरू से ही स्पष्ट थे कि हम एक बेटी चाहते थे। मुझे इस बारे में कोई विचार नहीं है कि इतनी देर क्यों हुई या इसमें समय क्यों लगा, लेकिन यह मेरे लिए सही समय है। मेरा मानना है कि यह तब हो रहा है, जब हम चाहते थे कि हमारा बच्चा होना चाहिए। हम अभिव्यक्ति में विश्वास करते हैं। जब से हम एक बच्चा चाहते हैं, तब से हमने एक बेटी की आशा की है। मुझे पता है कि बच्चा एक सुंदर उपहार है और हमें किसी भी जेंडर की स्वीकृति में होना चाहिए। हम उसे अभी से ही बेटी कहकर बुलाते हैं। हम मानते हैं कि वह बेटी है।"
खैर, हम देवी का चेहरा देखने के लिए और इंतजार नहीं कर सकते। तो आपका इस बारे में क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।