फिल्म 'मैंने प्यार किया' से पॉपुलैरिटी हासिल करने वाली एक्ट्रेस भाग्यश्री रियल लाइफ में एक शाही परिवार से ताल्लुक रखती हैं। आइए आपको उनकी शाही जिंदगी के बारे में बताते हैं।
अभिनेता सलमान खान की सुपरहिट लव स्टोरी फिल्म 'मैंने प्यार किया' में सुमन का किरदार निभाकर रातों-रात स्टार बनीं एक्ट्रेस भाग्यश्री (Bhagyashree) को उनकी शानदार एक्टिंग के लिए जाना जाता है। फिल्म में उन्होंने एक शर्मीली लड़की का किरदार निभाया था, जिसने दर्शकों का दिल जीत लिया था। फिल्म में भले ही भाग्यश्री एक ग्रामीण और मिडिल क्लास परिवार की बेटी की भूमिका में हैं, लेकिन असल जिंदगी में वह एक शाही परिवार से ताल्लुक रखती हैं।
जी हां! भाग्यश्री महाराष्ट्र के सांगली के मराठी शाही परिवार से आती हैं, जो असल जिंदगी में एक राजकुमारी हैं। उनका जन्म सांगली के चौथे और अंतिम राज महाराजा विजयसिंहराजे पटवर्धन और उनकी पत्नी श्रीमंत अखंड सौभाग्यवती रानी राज्यलक्ष्मी पटवर्धन के यहां हुआ था। उनकी दो बहनें भी हैं, मधुवंती पटवर्धन और पूर्णिमा पटवर्धन।
एक्ट्रेस ने बिजनेससैन हिमालय दासानी के साथ साल 1990 में शादी रचाई थी। कपल को दो बच्चों अभिमन्यु दासानी और अवंतिका दासानी का आशीर्वाद प्राप्त है। हालांकि, किसी भी रॉयल फैमिली के अपने कुछ नियम व प्रतिबंध होते हैं और एक्ट्रेस भी इनसे अछूती नहीं रही हैं। उन्होंने अपने कई इंटरव्यूज में यह बताया है कि कैसे एक शाही परिवार से आना उनके लिए आसान नहीं था।
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'Oddnari.in' के साथ एक इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने इस बारे में बात की थी कि कैसे उनकी रॉयल फैमिली में लड़कियों को एक निश्चित उम्र में शादी करने के लिए जोर दिया जाता है। उन्होंने कहा था, "मैं महाराष्ट्र में सांगली के रूढ़िवादी शाही परिवार से आती हूं और मैं तीन बहनों में सबसे बड़ी हूं। हमारे परिवार में महिलाओं से एक विशेष उम्र में शादी करने और फैमिली प्लानिंग की उम्मीद की जाती है, लेकिन उन्हें एक कॉन्वेंट स्कूल में भेज दिया गया था।''
उसी बातचीत में भाग्यश्री ने अपने होमटाउन सांगली में गणेश चतुर्थी के दौरान होने वाले भव्य गणपति उत्सव के बारे में भी बात की थी। उन्होंने बताया था कि उत्सव में इस स्थान पर एक विशाल शोभायात्रा निकलती है, जो वास्तव में देखने लायक होती है। इस बारे में उन्होंने कहा था, "सांगली में हमारी हवेली है, लेकिन वहां की सबसे महत्वपूर्ण संरचना पारिवारिक मंदिर है। इसकी काफी मान्यता है, जिसके बड़ी संख्या में अनुयायी हैं। गणपति उत्सव के दौरान लगभग छह लाख लोग वहां इकट्ठा होते हैं।"
'मसाला' के साथ एक इंटरव्यू में भाग्यश्री ने यह भी बताया था कि कैसे उन्हें और उनकी बहनों को अपनी सांगली हवेली का दौरा करने पर एक निश्चित मर्यादा बनाए रखनी थी। भाग्यश्री ने कहा था कि उन्हें 13 साल की उम्र में ही साड़ी पहनाना शुरू कर दिया गया था। हालांकि, अब साड़ी एक्ट्रेस के पसंदीदा आउटफिट बन गई है।
इस बारे में उन्होंने कहा था, "एक तरह से हमने दोहरी ज़िंदगी जी है। मेरा जन्म और पालन-पोषण मुंबई में हुआ। यहां हम (बहनें मधुवंती और पूर्णिमा सहित) अन्य बच्चों की तरह सामान्य थे, लेकिन सांगली में मेरे पिताजी द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल अलग थे कि क्या करें और क्या न करें। जब मैं लगभग 13 साल की थी और कक्षा आठ में थी, तब मैंने साड़ी पहनना शुरू किया था। जिस तरह से हम कपड़े पहनते थे, चलते थे, बात करते थे, बैठते थे और लोगों से मिलते थे, उसमें व्यवहार की मर्यादा थी।''
'पिंकविला' के साथ एक साक्षात्कार में भाग्यश्री ने एक शाही परिवार में बड़े होने के अपने अनुभवों के बारे में बात की थी और बताया था कि उनका पहला पालतू हाथी था। इस बारे में उन्होंने कहा था, "जब लोग कुत्तों को पालतू जानवर के रूप में पाल रहे थे, उस समय मेरा पहला पालतू हाथी था।"
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भाग्यश्री अपनी तीन बहनों में सबसे बड़ी थीं। ऐसे में वह अपने पिता के लिए एक बेटे की तरह थीं। उन्होंने बताया था कि जब भी वह राजघराने का दौरा करती थीं, तो लोग समाधान के लिए उनसे अपनी शिकायतें और समस्याएं साझा करने के लिए आते थे। तब वह अपने पिता के साथ उनकी प्रॉब्लम्स को सुनती थीं।
उनके शब्दों में, ''राजघराने में हमसे बहुत से लोग मिलने आते थे। वे सहायता के लिए हमारे पास आते और शिकायत करते थे। ऐसे में उनकी परेशानी को सुनकर उस पर चर्चा होती थी, जिसके बाद हम उनकी मदद के लिए जितना कर सकते थे उतना करते थे। पिताजी अनिवार्य रूप से ऐसा करते थे और मुझे हमेशा उनके पास बैठना पड़ता था, क्योंकि मेरा कोई भाई नहीं है। उन्होंने हमेशा मुझसे कहा कि 'तुम सबसे अच्छे बेटा हो, जो मेरे पास कभी नहीं था।' तो वह मुझे एक बेटे की तरह ट्रीट करते थे।"
उसी बातचीत में भाग्यश्री ने यह भी बताया था कि रॉयल लाइफ को नॉर्मल लाइफ के साथ बैलेंस करना उनके लिए आसान नहीं था। उन्होंने बताया था, "दोनों को मैनेज करना मुश्किल था, क्योंकि एक बच्चे के रूप में मुझे लगता है कि यह मुश्किल हो जाता है, जब आप एक जगह से दूसरी जगह जा रहे होते हैं। बॉम्बे में हम वह नहीं कर सकते थे, जो सांगली में करते थे और सांगली का जीवन बॉम्बे से अलग था, लेकिन वास्तव में जब मैंने ऐसे घर में शादी की, जिसका फिल्मों से कोई लेना-देना नहीं था, तो बचपन की प्रथाओं ने मेरी काफी मदद की।''
जानकारी के लिए बता दें कि रॉयल फैमिली से ताल्लुक रखने वाली भाग्यश्री, जिनका असली नाम भाग्यश्री पटववर्धन है, उन्होंने एक मारवाड़ी परिवार में शादी की है। फिलहाल, वह अपने पति हिमालय और बच्चों के साथ फैमिली लाइफ एंजॉय कर रही हैंं। जानें, भारत के उन फेमस शाही परिवारों के बारे में, जो राजसी परंपरा को बढ़ा रहे हैं आगे, यहां क्लिक करें।
तो भाग्यश्री के बारे में आपको हमारी यह स्टोरी कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।