लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, दिग्गज अभिनेत्री बबीता कपूर आखिरकार 35 साल से अलग रहने के बाद अपने पति व एक्टर रणधीर कपूर के साथ आ गई हैं। आइए आपको बताते हैं।
एक्ट्रेस करीना कपूर खान के माता-पिता व गुजरे जमाने के पॉपुलर कपल बबीता कपूर (Babita Kapoor) और रणधीर कपूर (Randhir Kapoor) शादी के सत्रह साल साथ रहने के बाद अलग हो गए थे, लेकिन उन्होंने कभी तलाक के लिए अर्जी नहीं दी। अफवाहें थीं कि बबीता को रणधीर का जीवन के प्रति लापरवाह रवैया पसंद नहीं आया। बबीता ने अपनी बेटियों की देखभाल की और उनके अभिनय करियर में एक पिलर के रूप में काम किया। हालांकि, अब खबर है कि अलग होने के 35 साल बाद रणधीर कपूर और बबीता कपूर एक बार फिर साथ आ गए हैं।
'ईटाइम्स' की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, रणधीर कपूर और बबीता कपूर एक साथ रहने के लिए वापस आ गए हैं। दिग्गज अभिनेत्री रणधीर के बांद्रा स्थित नए घर में शिफ्ट हो गई हैं। उनकी बेटियां करिश्मा और करीना बहुत खुश हैं कि उनके माता-पिता एक साथ एक ही छत के नीचे हैं। रिपोर्ट में आगे दावा किया गया है कि कपल पिछले सात महीनों से साथ रह रहा है। बता दें कि, उनके लिए बबीता कपूर साल 2008 में रणधीर कपूर के साथ रहने वाली थीं। हालांकि, रणधीर ने खुलासा किया कि यह अभी नहीं होने वाला है। रणधीर कपूर और बबीता की लव स्टोरी के बारे में जानने के लिए यहां क्लिक करें।
'द कपिल शर्मा शो' में एक उपस्थिति के दौरान रणधीर कपूर ने बबीता के साथ अपने रिश्ते के बारे में बताया था। रणधीर ने साझा किया था कि वह टाइमपास कर रहे थे, जब वह बबीता से डेटिंग कर रहे थे। हालांकि, उनके माता-पिता राज कपूर और कृष्णा राज कपूर ने इसमें हस्तक्षेप किया और उनकी शादी तय कर दी थी।
'हिंदुस्तान टाइम्स' के साथ बातचीत में रणधीर ने साझा किया था कि बबीता को उनके जीने का तरीका पसंद नहीं आया। उन्होंने खुलासा किया था कि उन्होंने उन्हें डैंजरस पाया, क्योंकि वह बहुत पीते थे और देर से घर आते थे। उन्होंने कहा था कि वह अपनी शर्तों पर जीवन जीने में सक्षम नहीं थे, इसलिए वे अलग हो गए थे। उन्होंने कहा था, "उन्होंने पाया कि मैं एक गलत आदमी था, जो बहुत शराब पीता था और देर से घर आता था, जो उन्हें पसंद नहीं था और मैं उस तरह से नहीं जीना चाहता था, जैसा वह चाहती थीं और वह मुझे स्वीकार नहीं कर सकीं, जैसे मैं हूं। हालांकि, यह एक लव मैरिज थी। तो ठीक है, हमारे दो प्यारे बच्चे थे जिनकी देखभाल करनी थी। उन्होंने उन्हें बेहतरीन तरीके से पाला और उन्होंने अपने करियर में जबरदस्त परफॉर्मेंस किया। एक पिता के रूप में उनसे मैं और क्या मांग सकता था?"
फिलहाल, लगता है 35 साल बाद रणधीर और बबीता का पुनर्मिलन 'हम जब होंगे साठ साल के और तुम होंगे पचपन की, बोलो प्रीत निभाओगी ना तब भी अपने बचपन की' गाने से प्रेरित है। तो इस पर आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।