साउथ ही नही, बॉलीवुड में भी जया प्रदा (Jaya Prada) सक्सेसफुल रहीं, लेकिन उनकी पर्सनल लाइफ बहुत ही उतार-चढ़ाव से भरी रही है। आखिर लव मैरिज के बाद भी क्यों अकेला रहना पड़ा, आइए हम आपको इसके बारे में बताते हैं।
बॉलीवुड इंडस्ट्री में जब भी 80 के दशक की एक्ट्रेसेस का जिक्र किया जाता है, तो अभिनेत्री जया प्रदा (Jaya Prada) का नाम जरूर आता है। साउथ की फिल्मों में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाने के बाद जया ने महज कुछ ही समय में बॉलीवुड में धमाल मचा दिया था। उस जमाने में जया प्रदा अपने ग्लैमरस अंदाज की वजह से बेहद खूबसूरत एक्ट्रेसेस में गिनी जाती थीं। तभी तो, तेलुगू फिल्मों से शुरू हुआ उनका करियर बॉलीवुड में कुछ ही समय में टॉप पर पहुंचा गया था और एक समय ऐसा आया, जब डायरेक्टर उन्हें अपनी फिल्मों का 'लकी चार्म’ मानने लगे थे।
जया प्रदा ने मात्र 14 साल की उम्र में तेलगु फिल्म ‘भूमि कोसम’ में केवल तीन मिनट की परफार्मेंस देकर लोगों का दिल जीत लिया था, जिसके बाद इन्हें अपनी फिल्म में लेने के लिए बॉलीवुड डायरेक्टर्स की लाइन लग गई थी। बॉलीवुड इंडस्ट्री में बहुत ही कम समय में वह शोहरत की बुलंदी पर पहुंच गई थीं। लेकिन ये भी सच है कि, जया प्रदा को प्रोफेशनल लाइफ में लोगों का जितना प्यार मिला, उतना ही वह पर्सनल लाइफ में अकेली रह गईं। बेशक जया प्रदा को उनका प्यार मिला और उनकी शादी भी हुई थी, लेकिन आज तक उन्हें पत्नी का सुख नहीं मिला है। तो आज इस स्टोरी में हम आपको जया प्रदा की जिंदगी के इस डार्क साइड से रूबरू कराएंगे। साथ ही आपको एक्ट्रेस के बुलंद करियर के बारे में बताएंगे, जो उनके एक गलत फैसले की वजह से बर्बाद हो गया था।
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जया प्रदा का जन्म आंध्रप्रदेश के गांव ‘राजमुंदरी’ में 3 अप्रैल 1962 को हुआ था। उनका असली नाम ‘ललिता रानी’ था, लेकिन फिल्मों में आने के बाद उन्होंने अपने नाम को बदल लिया था। जया प्रदा के पिता कृष्णा राव तेलुगू फिल्मों के फाइनेंसर थे और उनकी मां नीलवाणी 'क्लासिकल डांसर' थीं। जया प्रदा को भी बचपन से डांस काफी पसंद था और उनकी मां भी हमेशा उन्हें 'एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज़' में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करती थीं। जया ने महज 7 साल की उम्र में अपनी मां से क्लासिकल डांस सीखना शुरू कर दिया था और 15 साल की उम्र में वह क्लासिकल डांसिंग में दक्ष बन गई थीं, इसी वजह से वह जब भी स्टेज पर उतरती थीं, तो अपने डांस से आग लगा देती थीं।
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एक बार जया ने अपने स्कूल में क्लासिकल डांस किया था, जिसे देखकर एक तेलुगू फिल्म के निर्देशक इतने इम्प्रेस हो गए कि, उन्होंने एक फिल्म में जया को 3 मिनट के गाने में डांस का ऑफर दिया था, और इसी तरह फिल्मों की दुनिया में ‘ललिता रानी’ उर्फ जया प्रदा ने कदम रखा था। 3 मिनट की वो डांस परफोर्मेंस देने के बाद जया प्रदा ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा था। उन्होंने तेलुगू समेत 5 अलग-अलग भाषाओं में 150 से भी ज्यादा फिल्में की हैं, जिसमें जया के काम को हर किसी ने पसंद किया था।
जया प्रदा अपनी खूबसूरती और शानदार एक्टिंग के कारण हर डायरेक्टर और प्रोड्यूसर की पहली पसंद बन गई थीं। साल 1985 में उनका करियर अपने चरम पर था और वह बॉलीवुड में सबसे ज्यादा फीस चार्ज करने वाली एक्ट्रेस बन चुकी थीं और यही कारण था कि वह इनकम टैक्स विभाग की रडार पर भी आ गईं। ये समय जया प्रदा के लिए सबसे बुरा था। जहां एक तरफ इमोशनली वह पूरी तरह टूट गई थीं, तो दूसरी तरफ प्रोफेशनली भी उनका करियर गिरता जा रहा था और फिर एक्ट्रेस की जिंदगी में फिल्म प्रोड्यूसर श्रीकांत नाहटा (Shrikant Nahata) की एंट्री हुई। श्रीकांत ने जया को इनकम टैक्स के विवाद से निकालने में मदद की थी। इतना ही नहीं, वह जया को हर मौके पर इमोशनली भी काफी सपोर्ट किया करते थे।
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श्रीकांत का सपोर्ट पाकर जया प्रदा भी काफी मजबूत बन गई थीं। उनमें एक बार फिर आत्मविश्वास आ गया था। इस मुश्किल समय ने दोनों को एक-दूसरे का अच्छा दोस्त बना दिया था और फिर धीरे-धीरे जया प्रदा और श्रीकांत एक-दूसरे के करीब आ गए थे। लेकिन समस्या यह थी कि, श्रीकांत पहले से ही शादीशुदा थे और उनके तीन बच्चे भी थे। जया श्रीकांत के प्यार में इस कदर दीवानी हो गईं थी की, उनके लिए यह भी मायने नहीं रखता था कि श्रीकांत तीन बच्चों के पिता हैं और उनकी पत्नी भी हैं।
जया प्रदा और श्रीकांत नाहटा के अफेयर ने इंडस्ट्री में हंगामा मचा दिया था। हर तरफ दोनों की लव स्टोरी की चर्चा थी, जो कुछ ही समय में कॉन्ट्रोवर्सी में तब्दील हो गई थी। लेकिन विवाद के बाद भी ना तो जया प्रदा पीछे हटीं और ना ही श्रीकांत, जया को छोड़ने के लिए तैयार थे। इसी वजह से दोनों ने अपना रिश्ता जारी रखा और दोनों ने जल्द ही शादी का भी फैसला भी कर लिया था। जया और श्रीकांत ने साल 1986 में एक प्राइवेट फंक्शन में शादी की थी। हालांकि, बॉलीवुड में दूसरी शादी कोई हैरानी की बात नहीं है, लेकिन श्रीकांत और जया ने जो किया था, वह चौंकाने वाला था। दरअसल, श्रीकांत ने अपनी पहली पत्नी को तलाक दिए बिना ही जया से शादी कर ली थी। इसी वजह से इस शादी से जया को ‘दूसरी महिला’ का ठप्पा मिल गया था। हैरानी की बात ये है कि, इस पूरे विवाद पर श्रीकांत की पहली पत्नी ने अपने साथ हुए इस अन्याय पर कभी कुछ नहीं कहा था।
जया प्रदा ने साल 1986 में एक इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने शादीशुदा व तीन बच्चों के पिता श्रीकांत नाहटा संग संबंधों के बारे में बात की थी। ‘बॉलुवड मेमोरीज’ के मुताबिक, इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने पूछा गया था कि, ‘अगर आप रूढ़िवादी परिवार से हैं, तो आप एक शादीशुदा आदमी के साथ इतनी गंभीरता से कैसे जुड़ सकती हैं।’ इसके जवाब में जया प्रदा ने कहा था कि, ‘ये बस हो गया था। वह मेरे निर्माताओं में से एक थे और वह मेरे मुश्किल समय में मेरे साथ खड़े रहे थे। जब कोई आपको प्यार और ताकत देता है, तब आप धीरे-धीरे उस व्यक्ति की ओर आकर्षित हो जाते हैं। मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है। मुझे काफी बाद में पता चला था कि, मुझे उस व्यक्ति से प्यार हो गया है।’
वहीं, इस इंटरव्यू में जया प्रदा ने श्रीकांत संग संबंधों पर उनके परिवार की प्रतिक्रिया के बारे में बताते हुए कहा था कि, ‘वे सब हमारे बारे में जानते थे। हमने कभी भी अपने रिश्ते को किसी से छुपाया नहीं है।’ हालांकि, इस दौरान जया से सवाल किया गया था कि, ‘लेकिन आपने अलग-अलग मौके पर अपने और श्रीकांत के रिश्ते को नकारा है?’ इस पर एक्ट्रेस ने कहा था कि, ‘शुरुआत में शायद किया है, लेकिन अब नहीं। हमारे बारे में हर कोई जानता है। उनका परिवार भी हमारे बारे में जानता है।’
शादी के बाद जया प्रदा की जिंदगी ने एक नया मोड ले लिया था। उन्होंने शादी के बाद भी फिल्मों में काम करना जारी रखा था, लेकिन शादीशुदा श्रीकांत संग शादी करने की वजह से वह फिल्मी दुनिया में अलग-थलग पड़ गई थीं, जिस वजह से उनका करियर भी खत्म होने लगा था। ये इसलिए हुआ था, क्योंकि जया प्रदा ने श्रीकांत से शादी तो कर ली थी, लेकिन उन्हें पत्नी का दर्जा कभी नहीं मिला था। जया से शादी के बाद भी श्रीकांत अपनी पहली पत्नी और बच्चों के साथ ही रहते थे। जाहिर सी बात है कि जया प्रदा वहां नहीं रह सकती थीं। ऐसे में वह शादी के बाद भी अकेली ही रह गईं और उन्हें श्रीकांत की लीगल वाइफ का दर्जा नहीं मिल सका, जिसका परिणाम ये हुआ कि, जया प्रदा श्रीकांत की लाइफ में एक ‘दूसरी महिला’ बनकर रह गई थीं और इसी कॉन्ट्रोवर्सी की वजह से उनके साथ कोई काम नहीं करना चाहता था।
श्रीकांत से शादी करने के बाद भी जया प्रदा को बच्चे का सुख नहीं मिल सका था। ऐसे में मां बनने की कमी को दूर करने के लिए उन्होंने अपनी बहन के बेटे सिद्धार्थ को गोद ले लिया और उसकी देखभाल करने लगी थीं। हालांकि, आज के समय में जया प्रदा के बेटे सिद्धार्थ साउथ फिल्मों के मशहूर अभिनेता हैं। उन्होंने साल 2016 में रिलीज हुई तमिल फिल्म ‘उइरे उइरे’ से कदम रखा था। सिद्धार्थ ने ‘द हिंदू’ को दिए एक इंटरव्यू में अपनी मां जया प्रदा के बारे में बात की थी। उन्होंने बताया था कि, ‘मैं ज्यादातर सेट पर बड़ा हुआ हूं। निर्देशक, कैमरे और रोशनी मुझे घर जैसा महसूस कराते हैं। मेरी मां एक पल में सामान्य दिखती हैं और अगले ही पल वह एक रानी की तरह दिखने लगती हैं और फिर उससे भी बाहर आ जाती हैं। यह जादू जैसा था।’
अब आपको आखिरी में जया प्रदा के फिल्मी करियर से लेकर राजनीतिक खेल तक की जानकारी देते हैं। जया प्रदा भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के लिए किसी तोहफे से कम नहीं थीं। फिल्मी दुनिया में उन्होंने लंबे समय तक बतौर लीड एक्ट्रेस काम किया है, लेकिन उनका बॉलीवुड करियर बहुत छोटा रहा है। लगभग चार साल ही वह इंडस्ट्री में राज कर सकीं। साल 1984-1988 तक वे बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस के पायदान पर रही थीं। 1984 में बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन के साथ काम करते ही उनके करियर में काफी बूम आया था, लेकिन साल 1988 के बाद से उनका फिल्मी करियर ढलने लगा था। हालांकि, उनकी फिल्में और उनके गाने आज भी लोगों की जुबां पर चढ़े रहते हैं। जया के ‘डफली वाले डफली बाजा’, ‘गोरी तेरे अंगने में’, ‘तोहफा तोहफा तोहफा’, ‘इंतेहा हो गई इंतजार की’, 'दे दे प्यार दे', 'मुझे नौलखा मंगा दे रे', ‘यशोदा का नंदलाला’ और ‘हम तो चले परदेस’ जैसे कई गाने आज भी फैंस खूब पसंद करते हैं।
साउथ और बॉलीवुड में धमाल मचाने के बाद जया प्रदा ने साल 1994 में ‘तेलुगू देशम पार्टी’ को ज्वाइन कर राजनीति में कदम रख दिया था। वह साल 1996 में राज्यसभा सांसद बन गईं, लेकिन जब उन्हें दोबारा राज्यसभा के लिए नामित नहीं किया गया, तो उन्होंने नाराज होकर पार्टी छोड़ दी। इसके बाद जया प्रदा साल 2004 में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गईं। वह साल 2004 में 2014 तक रामपुर की सासंद रहीं। और फिर उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया था। वहीं, साल 2019 में जया ने बीजेपी की टिकट से रामपुर की सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था, जिसे वह हार गई थीं। वहीं, जया प्रदा की कुल संपत्ति की बात करें तो, ‘Starsunfolded’ के अनुसार, 2019 में जया प्रदा की कुल संपत्ति 27.92 करोड़ थी, जिसमें एक लग्जरी कार कलेक्शन और 56 लाख रुपये के आभूषण थे। इसके अलावा, चेन्नई में उनका एक थिएटर भी है।
फिलहाल, इस बात में कोई शक नहीं है कि, जया अपने जीवन में तमाम परेशानियों से गुजरी हैं और उनके एक फैसले ने उनके करियर को भी बर्बाद करके रख दिया था। लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि उन्हें वे खुशियां जरूर मिलें, जिनकी वह हकदार हैं। तो आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें जरूर बताएं और कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।