टीवी अभिनेता अनुपम श्याम का 8 अगस्त 2021 की देर रात 63 साल की उम्र निधन हो गया। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में।
टीवी इंडस्ट्री के पॉपुलर शो 'मन की आवाज प्रतिज्ञा' में 'ठाकुर सज्जन सिंह' की भूमिका निभाकर लोगों के दिलों में बसने वाले अभिनेता अनुपम श्याम (Anupam Shyam) अब इस दुनिया में नहीं रहे। 8 अगस्त 2021 की देर रात 63 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। अनुपम पिछले कुछ महीनों से बीमार थे, उनका मुंबई के लाइफ लाइन अस्पताल में किडनी का इलाज चल रहा था। उनके निधन की खबर ने टीवी इंडस्ट्री को तगड़ा झटका दे दिया है। सेलिब्रिटी से लेकर फैंस तक हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, मार्च 2020 में किडनी की गंभीर समस्या होने के बाद अभिनेता को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान उनके भाई ने आर्थिक मदद की भी अपील की थी, क्योंकि अस्पताल का बिल देने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। अभिनेता के ठीक होने के बाद, उन्हें नियमित रूप से डायलिसिस से गुजरना पड़ रहा था। 2021 में 'मन की आवाज़ प्रतिज्ञा सीज़न 2' के लॉन्च होने पर वह काम पर वापस आ गए थे। वह अपनी शूटिंग पूरी करते थे और फिर हफ्ते में तीन बार डायलिसिस के लिए जाते थे।
एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि, भले ही उनका स्वास्थ्य अच्छा नहीं था, उन्होंने 'प्रतिज्ञा 2' में ठाकुर सज्जन सिंह की भूमिका निभाई, क्योंकि लोग उनके करेक्टर को पसंद करते थे और वह दूसरे सीज़न में भी अपने प्रशंसकों को निराश नहीं करना चाहते थे। उन्होंने कहा था, “जिंदगी की जंग लड़ रहा था, वहां से आ गए हैं अब। अब 'प्रतिज्ञा' शो के साथ मैं फिर से दर्शकों का मनोरंजन करना चाहता हूं।"
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के रहने वाले अभिनेता ने अपने करियर की शुरुआत 1993 में की थी। वह लखनऊ में भारतेंदु एकेडमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट्स के छात्र रह चुके हैं। वह 'दस्तक', 'दिल से…', 'लगान', 'गोलमाल' और 'मुन्ना माइकल' जैसी लोकप्रिय बॉलीवुड फिल्मों का हिस्सा रहे हैं। 'मन की आवाज प्रतिज्ञा' के अलावा, उन्होंने 'रिश्ते', 'डोली अरमानों की', 'कृष्णा चली लंदन' और 'हम ने ली है-शपथ' जैसे शोज भी किए हैं।
फिलहाल, भले ही अब वह इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके द्वारा निभाए गए किरदार हमेशा लोगों के दिलों जिंदा रहेंगे। हम भी एक्टर को नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि, उनके परिवार को यह दुख सहने की क्षमता प्रदान करें।