आजकल ज्यादातर लोग अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं। ऐसे में हम इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं ऐसे फलों के बारे में, जिनसे आप अपना वजन कम कर सकते हैं। आइए आपको इन फलों के बारे में बताते हैं।
आजकल की खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की गलत आदतों की वजह से बढ़ते वजन की समस्या आम हो गई है। आज ज्यादातर लोग बढ़ते वजन की समस्या से परेशान हैं। ऐसे में लोग वजन कम करने के लिए जिम में एक्सरसाइज से लेकर डाइट तक, तमाम उपाय करते हैं, लेकिन फिर भी कई बार मनचाहा रिजल्ट नहीं मिला पाता। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे फलों के बारे में, जो वजन को कम करने में बहुत कारगर होते हैं। तो चलिए जानते हैं वजन कम करने वाले इन फलों के बारे में-
एवोकाडो वजन कम करने वाले फलों की लिस्ट में सबसे ऊपर आता है। दरअसल, एवोकाडो शरीर में कुछ ऐसे हार्मोन्स बढ़ाता है, जो वजन कम करने में मददगार होते हैं। साथ ही हमारे दिमाग को ये संकेत भेजता है कि, पेट भरा हुआ है, इससे भूख पर कंट्रोल होता है। ऐसे में बढ़ते वजन को रोकने में मदद मिलती है।
एवोकाडो न सिर्फ वजन को कंट्रोल करता है, बल्कि ये वसा को ऊर्जा में भी बदलता है। इसके अलावा इसके सेवन से शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा मिलता है। इसके साथ ही ये कोलेस्ट्रॉल को कम करने और दिल संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी कारगर होता है।
पोषक तत्वों की बात करें, तो एवोकाडो में ओमेगा-9 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है, जो मोनो-सैचुरेटेड फैट होते हैं। इसके अलावा एवोकाडो में 100 ग्राम में लगभग 160 कैलोरी होती है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, एक बार में एवोकाडो का सेवन 1/3 भाग से ज्यादा नहीं करना चाहिए। एवोकाडो के छोटे टुकड़े या स्लाइस को सैंडविच में, स्मूदी, डिप और सलाद के रूप में खाया जा सकता है।
सेब के बारे में कहा जाता है कि, रोज एक सेब खाएं और सभी बीमारियों से दूर रहें। दरअसल, सेब फाइबर से भरपूर होता है, वहीं कैलोरी न के बराबर होती है। फाइबर से भरपूर होने के कारण सेब के सेवन से पाचन शक्ति अच्छी होती है, साथ ही देर तक पेट भरा हुआ महसूस होता है। इस वजह से सेब परफेक्ट नाश्ता माना जाता है।
सेब के सेवन से शरीर ऊर्जावान बना रहता है। इसके अलावा ये कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में कारगर होता है।
सेब में विटामिन बी और सी, एंटीऑक्सीडेंट्स और मिनरल्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। एक मध्यम आकार के सेब में 19 ग्राम शुगर होती है।
एक समय में सेब के कुछ स्लाइस को सलाद, दही, या ओटमील के साथ खाया जा सकता है।
वैसे तो सभी प्रकार के जामुन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, लेकिन यदि आप वजन करने के बारे में सोच रहे हैं, तो ब्लूबेरी सबसे अच्छा रहेगा।
ब्लूबेरी कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला फल होता है, जिसका अर्थ है कि, ये आपके शरीर में शुगर लेवल को नहीं बढ़ाएगा और साथ ही आप मीठे का स्वाद भी ले सकेंगे। ये फल कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर लेवल को भी कंट्रोल करता है। इसके अलावा इसमें कुछ ऐसे गुण होते हैं, जो कैलोरी बर्न करने में असरदार होते हैं।
ब्लूबेरी में उच्च मात्रा में विटामिन सी और के, मिनरल्स, मैंगनीज और एंटीऑक्सिडेंट मौजूद होते हैं, जो वजन को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं। आधा कप ब्लूबेरी में 30 कैलोरी होती है।
रोजाना एक पूरा कप ब्लूबेरी आपकी सेहत के लिए अच्छा रहेगा। इसे स्मूदी, सलाद, या बेक्ड डिश जैसे- पाई या केक में उचित मात्रा में मिलाकर खाया जा सकता है।
फिटनेस एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर कोई रोजाना चकोतरा खाता है, तो ये तेजी से वजन घटाने में असरदार होता है। इसमें मौजूद वसा को बर्न करने वाले गुण इसे सुपरफूड बनाते हैं। दरअसल, इस फल को पचाने में अधिक ऊर्जा लगती है, जिससे ज्यादा कैलोरी बर्न होती है और वजन तेजी से कम होने लगता है।
चकोतरा में पानी की प्रचुर मात्रा होती है, जो शरीर को हाइड्रेट करने में सहायक होता है।
चकोतरा में भरपूर मात्रा में विटामिन ए, विटामिन सी और फाइबर मौजूद होते हैं, जो पेट की चर्बी को जलाने, कमर के साइज को कम करने और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में फायदेमंद होते हैं। कैलोरी की बात करें, तो 100 ग्राम चकोतरा में लगभग 42 कैलोरी होती है।
चूंकि चकोतरा वजन घटाने के लिए बहुत अच्छा होता है, इसलिए जब भी आपको कुछ मीठा खाने का मन करे, तो आप इसे खा सकते हैं। इसके लिए आप रोजाना दो से ढाई कप चकोतरा का सेवन कर सकते हैं।
पपीता भी वजन कम करने के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। दरअसल, इसमें पपैन नामक एक एंजाइम होता है, जो शरीर में चर्बी को जमने से रोकता है।
मेटाबॉलिज्म बढ़ाने के साथ-साथ ये सूजन और कब्ज को कम करने में भी मदद करता है।
पपीते में उच्च मात्रा में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और फ्लेवोनोइड्स होते हैं। 275 ग्राम पपीते में 119 कैलोरी, 1.3 ग्राम प्रोटीन और 30 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होते हैं।
सलाद या स्मूदी के तौर पर पपीते का सेवन किया जा सकता है।
स्टडी के अनुसार, अनार भी वजन कम करने में कारगर होता है। इसमें मौजूद पॉलीफेनोल्स, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में मदद करते हैं, जिससे अनार वजन कम करने के लिए एक अच्छा ऑप्शन है।
अनार के सेवन से शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में भी मदद मिलती है। इसके अलावा ये भूख को भी कंट्रोल करता है। अनार आपकी भूख को कम करने में मदद करता है। अनार के बीज भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसके बीजों के सेवन से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है और कोलेस्ट्रॉल का लेवल भी कम होता है।
100 ग्राम वजन वाले अनार में लगभग 64 यूनिट कैलोरी होती है।
रोजाना नाश्ते में एक गिलास अनार का जूस पीना चाहिए। अनार के दानों को लंच से पहले सलाद के साथ मिलाकर भी खाए जा सकते हैं।
शरीर को डिटॉक्स करने की बात हो, तो सबसे पहले मन में नींबू का ख्याल आता है। दरअसल, नींबू में शरीर को डिटॉक्स करने के गुण होते हैं। साथ ही नींबू के ये गुण शरीर में ज्यादा फैट जमा होने से भी रोकते हैं।
स्वस्थ शरीर के लिए लीवर का भी स्वस्थ रहना बहुत जरूरी होता है। दरअसल, खाने को पचाने में लीवर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में समय-समय पर लीवर को डिटॉक्स करना भी जरूरी होता है। ऐसे में नींबू का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है।
100 ग्राम नींबू के रस में केवल 29 कैलोरी होती है।
यह एक ऐसा फल है, जिसका उपयोग लगभग हर तरह के भोजन में किया जा सकता है। नींबू के रस का इस्तेमाल सलाद, दाल और अन्य चीजों का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।
दिल को स्वस्थ रखने और वजन कम करने के लिए तीखा चेरी भी काफी फायदेमंद होता है। ये फल एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ-साथ कई अन्य पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है, जो शरीर को हाईड्रेट तो करता ही है, साथ ही बार-बार लगने वाली भूख को भी कम करता है। इससे वजन घटाने में बहुत मदद मिलती है।
तीखा चेरी के रस का नियमित सेवन शरीर में एंटी-एजिंग एंजाइम को ट्रिगर करता है और त्वचा पर दिखने वाले बढ़ती उम्र के असर को कम करता है। इसके साथ ही ये यूरिक एसिड को दूर करने और आंत व गठिया के दर्द से भी निजात दिलाता है।
लगभग 100 ग्राम वजन वाले एक कप टार्ट चेरी में 60 कैलोरी, 0.5 ग्राम वसा, 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 2 ग्राम फाइबर होता है।
सलाद में शामिल करके हर दिन 10-12 तीखा चेरी खा सकते हैं।
तरबूज गर्मियों में सबसे ज्यादा खाया जाने वाला फल होता है। 93 प्रतिशत पानी से भरपूर तरबूज शरीर में पानी की पूर्ति तो करता ही है, साथ ही वजन कम करने में भी कारगर होता है।
भले ही तरबूज प्राकृतिक रूप से मीठा होता है, लेकिन उनमें पानी की मात्रा एक प्राकृतिक नशीले पदार्थ के रूप में काम करती है। उनमें प्राकृतिक फल चीनी सामग्री भी आपके पैलेट को ताज़ा करती है और आपकी भूख को कम करती है।
100 ग्राम तरबूज में 30 कैलोरी होती है।
ये गर्मी के मौसम में सबसे अच्छे स्नैक्स में से एक है। पैनकेक, सलाद, डिप्स, आइसक्रीम आदि जैसे विभिन्न रूपों में प्रति दिन 300 ग्राम से अधिक तरबूज खा सकते हैं।
आड़ू में प्रचुर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट के गुण होते हैं, जो शरीर में वसा को जमने से रोकते हैं।
आड़ू में फेनोलिक यौगिक होता है, जो मधुमेह (डायबिटीज) से पीड़ित रोगियों के लिए एक प्राकृतिक दवा के रूप में कार्य करता है। साथ ही मोटापे की वजह से होने वाली बीमारियों को होने से रोकता है। इसके अलावा आड़ू को खाने से दिल संबंधी समस्याओं को कम करने में भी मदद मिलती है।
ज्यादातर लोग पीच केक, फ्राइड पीच, पकौड़ी, आइस क्रीम, पॉप्सिकल्स और कई अन्य चीजें खाना पसंद करते हैं, जिनमें आम तौर पर दो-तीन आड़ू फल होते हैं और ये स्वास्थ्य के लिए बुरा नहीं है। हम आड़ू के स्लाइस को मफिन, स्मूदी और मिल्कशेक में भी मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
वजन घटाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपके लिए संतरे का सेवन बहुत फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, संतरे में प्रचुर मात्रा में विटमिन सी होता है, जो वसा को बर्न करने में कारगर माना जाता है। विटामिन सी शरीर के मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाए रखता है। ऐसे में संतरा वजन घटाने के लिए अच्छा फल माना जाता है।
संतरे में मौजूद विटामिन-सी कोशिकाओं को होने वाले नुकसान से बचाता है, त्वचा को चमकदार और मुलायम बनाता है, साथ ही शरीर को कीटाणुओं से भी बचाता है।
एक मध्यम आकार के संतरे में लगभग 60 कैलोरी के साथ-साथ लगभग 86 प्रतिशत पानी, 3 ग्राम फाइबर और 1.3 ग्राम प्रोटीन की मात्रा होती है।
ये फल सबसे पसंदीदा फलों में से एक है, क्योंकि ये अन्य सभी फलों में सबसे मीठा होता है। संतरे के रस, संतरे की प्यूरी, संतरे की जेली से शुरू होकर, हम अपने सभी भोजन में इस फल का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, रोजाना एक से दो संतरे से ज्यादा नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं भी हो सकती हैं।
आमतौर पर कहा जाता है कि, यदि आपको वजन बढ़ाना है, केले का सेवन करें, लेकिन केले वजन घटाने में भी असरदार होते हैं। दरअसल, केले काफी देर तक पेट को भरा रखते हैं, जिससे भूख पर कंट्रोल होता है। इसके अलावा, ये इलेक्ट्रोलाइट के रूप में कार्य करने में मदद करता है और ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम होने के कारण केला मध्यम स्तर वसा को जलाने का काम करता है।
केले में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम और पोटैशियम की मात्रा होने से केले पाचन और सूजन की सभी समस्याओं को दूर करते हैं। साथ ही शरीर से टॉक्सिन्स को भी साफ करता है।
एक केले में लगभग 150 कैलोरी होती है और एक मध्यम आकार के केले में 14 ग्राम शुगर होती है। ऐसे में ज्यादा केले का सेवन वजन बढ़ा भी सकता है, लेकिन यदि दिन में तीन केले खाए जाएं, तो इससे वजन कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है।
हर दिन तीन से अधिक केले का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे वजन बढ़ेगा। केले को ओटमील के साथ, फ्रूट सलाद, स्मूदी के रूप में इसका सेवन किया जा सकता है।
खरबूजे प्राकृतिक स्वीटनर और पानी का एक अच्छा स्रोत हैं और ये सूजन से लड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो वसा जमाने का काम करते हैं।
खरबूजा एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में भी काम करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
इस फल की 100 ग्राम मात्रा में केवल 34 कैलोरी होती है।
इसे जूस और सलाद के अलावा खरबूजे की चाट के रूप में भी खाया जा सकता है। इसकी चाट बनाकर आप इसमें काली मिर्च और चाट मसाला डालकर खा सकते हैं। इसके अलावा खरबूजे की खीर बनाकर भी खाई जा सकती है। इसके लिए खरबूजे के पल्प को गाढ़ा होने तक पकाएं, फिर उसमें सूखे मेवे मिलाएं और लीजिए तैयार है खरबूजे से बनी टेस्टी खीर, जिसे आप कभी भी खा सकते हैं।
अन्य खट्टे फलों की तरह नाशपाती भी स्वाभाविक रूप से फाइबर और पोटैशियम से भरपूर होती है। इसके साथ ही ये वजन घटाने में भी बहुत असरदार होती है। नाशपाती को खाने से पेट देर तक भरा रहता है, साथ ही इसे पचाने में भी अधिक कैलोरी बर्न होती है, जिससे वजन घटने में मदद मिलती है।
नाशपाती नियमित रूप से सूजन की समस्या और कोलेस्ट्रॉल पीड़ित लोगों की मदद करती है। इतना ही नहीं, नाशपाती कोरोनरी हृदय रोग और टाइप 2 मधुमेह (डायबिटीज) से छुटकारा दिलाने में भी फायदेमंद होती है। इसके अलावा नाशपाती के सेवन से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है, जिससे दिल सबंबंधी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
ये फल फाइबर से भरपूर होता है और इसमें विटामिन सी की उच्च मात्रा होती है। नाशपाती में 100 ग्राम में 57 कैलोरी होती है।
दो मध्यम आकार के नाशपाती सलाद या मिल्कशेक में नियमित रूप से खाए जा सकते हैं। हालांकि, नाशपाती नेचुरल तरीके से वसा को बर्न करने में कारगर होती है, इसलिए इसे नाश्ते में शामिल किया जा सकता है।
स्ट्रॉबेरी वसा को बर्न करने में बहुत फायदेमंद मानी जाती है। दरअसल, इसके सेवन से शरीर में लेप्टिन और एडिपोनेक्टिन जैसे हार्मोन्स निकलते हैं, जिससे वसा पिघलने में काफी मदद मिलती है।
स्ट्रॉबेरी हमारे मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर करती है, जिससे वजन को कम करने में मदद मिलती है।
ये एक ऐसा फल है जो फाइबर से भरपूर होता है और इसकी 150 ग्राम मात्रा में 50 कैलोरी से भी कम होती है।
वसा बर्न करने के लिए अन्य डिशिज में स्ट्रॉबेरी से भरा एक बाउल को ऐड किया जा सकता है, जैसे- डेसर्ट और कैंडीज, दही, सलाद या इसे स्प्राउट्स के साथ भी खाया जा सकता है।
हालांकि, ऊपर दी गई सूची से हमने जाना कि, वजन को कम करने के लिए किन फलों का सेवन करना चाहिए, लेकिन कुछ फल ऐसे भी होते हैं, जो वजन को कम करने के बजाय वजन बढ़ा सकते हैं। अगर आप उन फलों के बारे में नहीं जानते हैं, जो आपका वजन बढ़ा सकते हैं, तो यहां हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे 5 फलों के बारे में, जिन्हें वजन घटाने के दौरान नहीं खाने चलिए।
नारियल पानी स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन नारियल का सफेद भाग वजन बढ़ा सकता है। इसकी 80 ग्राम मात्रा में 283 कौलोरीज होती हैं। हालांकि, ट्राइग्लिसराइड्स (एमसीटी) से भरपूर होने के कारण नारियल मेटाबॉलिज्म को काफी बढ़ा देता है। अगर दाल या सलाद जैसे कम कैलोरी वाली चीजों के साथ नारियल के सफेद भाग को खाया जाए, तो वजन बढ़ने का उतना खतरा नहीं रहता है।
अंजीर को वजन बढ़ाने वाले ड्राई फ्रूट के तौर पर जाना जाता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि अंजीर फाइबर का एक समृद्ध स्रोत है और फ्रुक्टोज से भरा फल न केवल वजन बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी बढ़ाता है। इस प्रकार आप अंजीर खाना भी चाहते हैं, तो बहुत कम मात्रा में सेवन करें।
आम गर्मी में सबसे ज्यादा खाया जाने वाला फल होता है। फलों राजा कहा जाने वाला आम वजन कम करने वालों के लिए हानिकारक हो सकता है। दरअसल, एक आम में 202 से 336 कैलोरी होती है, जो वजन कम करने में बाधा पैदा कर सकती है। हालांकि, आम विटामिन ए और सी से भरपूर होता है, जो स्वस्थ त्वचा और बालों के लिए जरूरी होता है। इसके इलावा आम में एंटी-एजिंग गुण भी होते हैं और यह स्तन और पेट के कैंसर की संभावना को कम भी करते हैं। इसलिए कम मात्रा में इसका सेवन किया जा सकता है।
पानी से भरपूर स्वादिष्ट अंगूर शुगर से भरपूर होते हैं, जो वजन बढ़ाने का कारण बन सकते हैं। हालांकि, अंगूर की ऊपरी परत में क्वेरसेटिन और रेस्वेराट्रोल जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो हृदय रोग और हाई ब्लड प्रेशर से बचाने में कारगर होते हैं। इसके अलावा इसके गुण बैड कोलेस्ट्रॉल का कम करते हैं। इसलिए अगर आप वजन कम करने के बारे में सोच रहे हैं, तो कुछ अन्य फलों के साथ मिलाकर खा सकते हैं।
सूखे मेवे जैसे खजूर, खुबानी, किशमिश आदि सभी में कैलोरी अधिक होती है। उदाहरण के लिए एक कप किशमिश में 500 कैलोरी होती है, वहीं एक कप खजूर में 282 कैलोरी होती है। ऐसे में अगर आप वजन कम करने के बारे में सोच रहे हैं, तो ड्राई फ्रूट्स को कम मात्रा में ही खाना अच्छा होता है।
कई शोधों के अनुसार, फल खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। वहीं, जूस पीना उतना अच्छा नहीं होता है। दरअसल, फलों की स्किन और गूदे में कुछ ऐसे गुण होते हैं, जो जूस बनाते वक्त खत्म हो जाते हैं। ऐसे में फलों के संपूर्ण डायटरी फाइबर शरीर को नहीं मिल पाते। इसलिए जूस के बजाय फल खाना ज्यादा बेहतर होता है।
वजन कम करने के लिए पहले ये देखना जरूरी होता है कि, किस फल में कितनी कैलोरी है। यदि आप वजन कम करना सोच रहे हैं, तो कम कैलोरी वाले फलों का सेवन करें। हालांकि, जिन फलों में पानी की मात्रा कम होती है, उन्हें बहुत ही कम मात्रा में लेना चाहिए और यदि नहीं, तो इन फलों जैसे आम, अनानास, अंगूर आदि के सेवन से वजन बहुत तेजी से बढ़ सकता है।
धूप में सुखाए गए फल केवल निर्जलित खट्टे फल होते हैं, जो वजन घटाने के लिए सहायक होते हैं। अनानास, आम और सेब जैसे फलों को स्लाइस में सुखाया जाता है। दूसरी ओर अंगूर और जामुन जैसे छोटे फल पूरी तरह सूख जाते हैं। कुछ सूखे मेवे जैसे सेब और खुबानी कैंसर के खतरे को कम करते हैं। इसके अलावा सूखे अमरूद आहार फाइबर से भरपूर होने के कारण कब्ज को खत्म करता है। वहीं, सूखे मेवे जैसे किशमिश और प्रून एनीमिया को रोकने में मदद करते हैं। हालांकि, इन सभी सूखे मेवों में उच्च कैलोरी होती है। इसलिए इन्हें ज्यादा मात्रा में नहीं खाने चाहिए।
वैसे, फल को किसी भी वक्त खाया जा सकता है, लेकिन फिर भी वजन घटाने के लिए फलों को खाने का टाइम भी निर्धारित करना चाहिए। वहीं, एक बहुत बड़ा मिथक है कि, खाली पेट फलों का सेवन करना हानिकारक होता है, जबकि डॉक्टरों के अनुसार, हम फलों का सेवन खाली पेट कर सकते हैं। दिन में एक या दो बार से अधिक फल खाने की डाइट बना सकते हैं। हालांकि, भोजन से पहले या बाद में फल खाने से फल का पोषक तत्व कम हो जाते हैं।
आमतौर पर, गर्भावस्था के बाद महिलाओं का वजन बढ़ जाता है। ऐसे में वजन कम करने के लिए फ्रूट डाइट बेहतर ऑप्शन है। हालांकि, हमारे शरीर को सभी प्रकार के पोषक तत्वों की जरूरत होती है, जो वजन घटाने के लिए अच्छे फलों में मौजूद नहीं हो सकते हैं। इसलिए वजन कम करने के लिए फ्रूट्स डाइट के साथ-साथ अन्य पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को भी अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
तो हमारी इस स्टोरी पर आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही हमारे लिए कोई सलाह हो, तो अवश्य दें।